मंगलवार, 14 अक्टूबर 2025 को भारतीय शेयर बाजारों में बिकवाली का दबाव साफ दिखाई दिया। सेंसेक्स 297.07 अंक (लगभग 0.36%) की गिरावट के साथ 82,029.98 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 81.85 अंक (लगभग 0.32%) घटकर 25,145.50 पर आ गया
विशेष रूप से बैंकिंग और मेटल सेक्टर के शेयरों में भारी कमजोरी देखने को मिली, जिसने समग्र बाजार दशा को प्रभावित किया।
प्रमुख कारण: बेचने का दबाव और मुनाफावसूली
मुनाफावसूली व दबाव
लगातार तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली की शुरुआत की, खासकर उन स्टॉक्स में जो पहले ही अच्छा प्रदर्शन कर चुके थे।
बैंकिंग शेयरों का दबाव
PSU बैंक और निजी बैंक दोनों क्षेत्रों में दबाव रहा। बैंकिंग सेक्टर में कमजोर क्यू2 नतीजे और आर्थिक अनिश्चितता ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
मेटल इंडेक्स भी गिरावट में रहा — कच्चे माल की कीमतों में कमजोरी, वैश्विक मांग में अनिश्चितता और कम निवेश का दबाव इसे प्रभावित करता है।
वैश्विक व घरेलू संकेत
इस गिरावट में ग्लोबल संकेतों और घरेलू आर्थिक रुझानों का भी योगदान रहा। निवेशकों की सतर्कता, विदेशी फ्लो की अस्थिरता और बाजार में उच्च वोलैटिलिटी ने मिलकर दबाव बढ़ाया।
कौन-कौन से शेयर और सेक्टर रहे प्रभावित?
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शानदार गिरे शेयर: बजाज फाइनेंस, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL), टाटा स्टील, TCS एवं NTPC जैसे शेयरों में 1.4% से 1.8% तक की गिरावट रही। सेक्टरल प्रदर्शन
• मेटल इंडेक्स: गिरावट दर्ज की गई।
• तेल और गैस: हल्की गिरावट।
• बैंकिंग: दबाव में रहा, समेकित गिरावट दर्ज हुई
• टेक / उपभोक्ता: कुछ कंपनियाँ इसमें हरी रही, लेकिन अधिकतर कमजोर रुझान में रहीं। -
आगे की संभावनाएँ: बाजार किस दिशा में?
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सपोर्ट व रेसिस्टेंस स्तर
निफ्टी के लिए 25,000 का स्तर महत्वपूर्ण समर्थन बनेगा, जबकि 25,300–25,400 की ओर रिटेस्ट हो सकता है, पर यह रेंज अभी मजबूत प्रतिरोध देने वाला दिख रहा है।सेक्टर‑निर्भर चाल
अगर बैंकिंग और मेटल सेक्टरों में फिर से भरोसा लौटे, तो बाजार रिकवरी कर सकता है। अन्यथा गिरावट जारी रह सकती है। -
विदेशी निवेश (FII / DII) की भूमिका
प्रमुख बाजार धारक—विदेशी एवं घरेलू संस्थागत निवेशकों की चाल—मूल्यांकन व दिशा तय करने में निर्णायक हो सकती है। -
आगामी आर्थिक तथा कारोबारी परिणाम
क्वार्टरली नतीजे, आर्थिक संकेतक जैसे मुद्रास्फीति, ब्योरे आदि भी भावनाओं को दिशा देंगे। - आज के कारोबार में सेंसेक्स 297 अंक गिरकर 82,029.98, और निफ्टी 25,145.50 पर बंद हुआ। बैंकिंग एवं मेटल सेक्टरों में दबाव मुख्य कारण रहे। बाजार ने मुनाफावसूली और वैश्विक अनिश्चितता को काफी महत्व दिया। आगे यदि इन सेक्टरों में सुधार नहीं हुआ, तो गिरावट और गहरी हो सकती है।
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