शुक्रवार देर रात पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की सीमा के अंदर एयरस्ट्राइक की, जिसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, मारे गए लोगों में तीन अफगान क्रिकेटर भी शामिल हैं। यह हमला उस समय हुआ जब दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम लागू था। बुधवार को 1300 जीएमटी पर शुरू हुए इस सीजफायर के 48 घंटे बाद ही पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन किया।
कैसे शुरू हुआ सीजफायर और कब टूटा
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच पिछले कई दिनों से सीमा पर तनाव जारी था। बुधवार को दोनों देशों ने संघर्ष विराम की घोषणा की थी। इस्लामाबाद ने कहा था कि यह सीजफायर 48 घंटे तक चलेगा, जबकि काबुल ने कहा था कि यह तब तक रहेगा जब तक पाकिस्तान इसका उल्लंघन नहीं करता। लेकिन शुक्रवार रात पाकिस्तानी वायुसेना ने सीमापार हमला कर संघर्ष विराम को तोड़ दिया।
एयरस्ट्राइक में 10 की मौत, 3 क्रिकेटर भी शिकार
पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक में 10 लोगों की मौत हुई है, जिनमें तीन अफगान क्रिकेटर भी शामिल बताए जा रहे हैं। यह खिलाड़ी अफगानिस्तान के घरेलू टूर्नामेंट में खेल रहे थे। इस हमले के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने नवंबर के अंत में होने वाली ट्राई-नेशन T20I सीरीज से अपना नाम वापस लेने की घोषणा की है।
दोनों देशों के बीच तनाव की वजह क्या है
पाकिस्तान लंबे समय से अफगानिस्तान पर आरोप लगाता रहा है कि वह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) जैसे आतंकी संगठनों को अपने क्षेत्र में पनाह दे रहा है। इस संगठन को पाकिस्तानी तालिबान के नाम से भी जाना जाता है। काबुल इस आरोप को सिरे से नकारता रहा है। वहीं, अफगानिस्तान का कहना है कि पाकिस्तान उसकी सीमाओं में घुसपैठ और बमबारी कर अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन कर रहा है।
भारत दौरे के बाद बढ़ा तनाव
हाल ही में अफगानिस्तान के विदेश मंत्री भारत दौरे पर आए थे। उनके लौटने के बाद सीमावर्ती इलाकों में हिंसा अचानक बढ़ गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार से पहले भी दक्षिणी सीमा पर कई धमाके हुए थे, जिनमें दर्जनों लोग घायल हुए। इसके जवाब में तालिबान ने पाकिस्तान के खिलाफ सीमाई इलाकों में आक्रामक कार्रवाई शुरू की, जिससे इस्लामाबाद ने जवाबी हमला किया।
पाकिस्तान ने लगाया गंभीर आरोप
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने काबुल सरकार पर भारत के ‘प्रॉक्सी’ के रूप में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “जहां भी आतंकवाद का स्रोत होगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।” पाकिस्तान का कहना है कि अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकी गुट पाकिस्तान के शहरों में हमले कर रहे हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है।
तालिबान की चेतावनी — जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार
तालिबान सरकार के प्रवक्ता ज़बिहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अफगान बलों को निर्देश दिया गया है कि जब तक पाकिस्तान हमला नहीं करता, तब तक जवाबी कार्रवाई न करें। लेकिन अगर हमला होता है तो उन्हें अपने देश की रक्षा करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के इस कदम से दोनों देशों के रिश्ते और अधिक बिगड़ सकते हैं।