मुंबई में हाल ही में आर्यन खान की सीरीज़ The Ba**ds of Bollywood* के प्रीमियर पर एक छोटा सा कपड़ा-चुनाव (आउटफिट) बड़ा मुद्दा बन गया। स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना ने ब्लैक रंग की टी-शर्ट पहन रखी थी, जिस पर लिखा था- “Say No To Cruise”। यह साइड-टेक्स्ट बहुतों ने ये समझा कि यह 2021 के ड्रग केस की ओर इशारा है, जिसमें आर्यन खान उस क्रूज़ पार्टी मामले के नंबरों में थे। समय ने इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया, लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी राय ज़रूर व्यक्त की, कुछ ने इसे साहसिक कदम कहा, तो कुछ ने माना कि यह अनावश्यक और विवादास्पद था।
प्रीमियर इवेंट, जो मुंबई के बड़े मल्टीप्लेक्स / सिनेमाघर में हुआ था, वहाँ बॉलीवुड की जाने-माने हस्तियाँ मौजूद थीं, जैसे शाहरूख खान, गौरी खान, सुहाना और बराबर परिवार सहित कई अभिनेता-अभिनेत्रियाँ। कैमरे और मीडिया की झड़ी लगी हुई थी। समय रैना का यह आना और टी-शर्ट पहनना स्वाभाविक रूप से चर्चा का विषय बन गया। भाषणों, पोज़ देने और रेड कार्पेट के दौरान जब वे चलते दिखे तो फोटो खींचे गए और पोस्ट किए गए।
क्या है पिछले ड्रग केस का संदर्भ और सोशल मीडिया प्रतिक्रियाएँ
2021 में आर्यन खान उस विवादित मामले में थे जब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने कोरेलिया इम्प्रेस क्रूज़ जहाज़ पर छापा मारा था। उस दौरान पार्टी आयोजित थी जिसमें कथित रूप से नशीले पदार्थों की तस्करी का मामला उठाया गया था। इसके बाद आर्यन कुछ समय जेल में रहे, फिर बाद में उन्हें बरी कर दिया गया था क्योंकि सबूत पर्याप्त नहीं थे। यह मामला देश में बहुत सुर्खियाँ बटोर चुका था और गॉसिप, मीडिया बहस और जनमत की उत्तेजना का विषय बना हुआ था।
अब जब उनके डेब्यू निर्देशन प्रोजेक्ट The Ba**ds of Bollywood* का प्रीमियर हो रहा है, किसी ने देखा कि समय रैना की टी-शर्ट का मैसेज उस पुराने विरोधी पब्लिक की याद दिलाता है, जिसमें “cruise” शब्द उस विशेष क्रूज़ पार्टी से जुड़ा हुआ था। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर जैसे Reddit, X (पहले ट्विटर), इंस्टाग्राम आदि पर लोगों ने इस पर चर्चा की और मेमे भी बने। कुछ लोगों ने कहा कि यह मज़ाकिया था, कुछ ने कहा कि ये ज़्यादा तीखा कदम है जिसका त्याग किया जाना चाहिए।
कुछ लोगों ने समय की इस हरकत को “एक कॉमिक स्टंट” माना, जो किसी सुनियोजित प्रचार का हिस्सा हो सकती है, क्योंकि प्रीमियर के समय हमेशा कैमरा, मीडिया और बोल्ड स्टेटमेंट्स ज्यादा ध्यान आकर्षित करते हैं। वहीं, कुछ ने कहा कि ऐसे मामलों में संवेदनशीलता बनी रहनी चाहिए क्योंकि कानूनन मामला निपट चुका है और फिर भी लोग उस घटना को याद करते हैं।
इस घटना ने यह भी दिखाया कि कैसे सोशल मीडिया और पब्लिक इवेंट्स में एक छोटा स्टाइल चुनाव भी बड़ी बहस का कारण बन जाता है। फैशन, बयान, कपड़े — सबका सार्वजनिक अर्थ निकलने लगता है, खासकर जब वह किसी विवाद से जुड़ी हुई घटना से जुड़ा हो।