मथुरा के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में मंगलवार को संत प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य के लिए विशेष पूजा और भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। पूजा में उनके शिष्य संत महामाधुरी दास, नवल नागरी दास और ब्रजवासी तीर्थ पुरोहित पंडा सभा के करीब 30 सदस्य शामिल हुए।
पूजा का नेतृत्व मंदिर के पुजारी दिनेश गोस्वामी ने किया। सभी ने मिलकर संत प्रेमानंद महाराज के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
गर्भगृह में देहरी पूजन और इत्र अर्पित
मंदिर के पुजारी के अनुसार, पूजा का पहला चरण गर्भगृह में देहरी पूजन था। इसमें संत प्रेमानंद महाराज के शिष्य और मंदिर के पदाधिकारी शामिल हुए।
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गर्भगृह की देहरी पर इत्र लगाया गया
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मंत्रोच्चार के बीच स्वस्तिक और अन्य धार्मिक चिन्ह बनाए गए
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पूजा लगभग 30 मिनट तक चली
इस दौरान शिष्यों ने बांके बिहारी जी के सामने पूजा-अर्चना की और अपने गुरू के स्वास्थ्य के लिए विशेष प्रार्थना की।
भजन-कीर्तन और राधा नाम का जाप
देहरी पूजन के बाद शिष्यों ने भजन-कीर्तन किया। उन्होंने केली माल के पदों का गायन किया और राधा नाम का जाप किया।
ब्रजवासी तीर्थ पुरोहित पंडा सभा के पदाधिकारी भी पूजा में उपस्थित रहे। करीब 15 मिनट तक भजन-कीर्तन और जाप के बाद सभी ने संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन किए और उनके स्वस्थ होने की कामना की।
संत प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य और चिंताएं
बांके बिहारी मंदिर के पुजारी दिनेश गोस्वामी ने बताया कि संत प्रेमानंद महाराज ब्रज की विभूति हैं और लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं।
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संत कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे हैं
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उनके शरीर में सूजन देखी गई है
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उनका इलाज जारी है
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शिष्यों और ब्रजवासियों की चिंता उनके स्वास्थ्य को लेकर बढ़ी हुई है
जांच और डॉक्टर की मौजूदगी
मंगलवार की सुबह संत प्रेमानंद महाराज को बिरला मंदिर क्षेत्र स्थित एक पैथ लैब में जांच के लिए ले जाया गया। उनके साथ एक डॉक्टर भी मौजूद थे। हालांकि जांच रिपोर्ट और स्वास्थ्य स्थिति के बारे में फिलहाल कोई अपडेट नहीं आया है।
संत प्रेमानंद महाराज के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना
पूजा और भजन-कीर्तन का आयोजन इस उद्देश्य से किया गया कि संत जल्द स्वस्थ होकर अपनी परिक्रमा जारी रखें, ताकि भक्तों को उनके दर्शन और आशीर्वाद मिल सके।
बांके बिहारी मंदिर के पुजारी और शिष्यों का कहना है कि यह प्रयास भक्ति, श्रद्धा और समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाने के लिए किया गया।