ऑल इंडिया कांग्रेस ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल जयहिंद और नेशनल कोऑर्डिनेटर राजेन्द्र सेन ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसे बयान बेहद शर्मनाक और अस्वीकार्य हैं।
राजेन्द्र सेन ने कहा:
“राहुल गांधी को गोली मारने जैसी भाषा का इस्तेमाल करने वाले बीजेपी प्रवक्ता को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। यह न केवल एक नेता बल्कि पूरे लोकतंत्र के खिलाफ अपराध है। सरकार को चाहिए कि ऐसे अपराधियों पर लगाम कसते हुए उन्हें जेल भेजा जाए।”
लोकतंत्र की रक्षा की बात
अनिल जयहिंद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र और जनता की आवाज़ की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार इस मामले में चुप्पी साधे रहती है और कार्रवाई नहीं करती, तो कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतरने और कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे।
राजनीतिक बयानबाज़ी या अपराध?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि किसी भी दल के प्रवक्ता का इस तरह का बयान न केवल राजनीतिक गरिमा को ठेस पहुंचाता है बल्कि समाज में नफ़रत और हिंसा को भी बढ़ावा देता है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में विचारों के टकराव की जगह है, लेकिन गोली मारने जैसी भाषा का कोई स्थान नहीं हो सकता।
विपक्ष में आक्रोश
कांग्रेस नेताओं के अलावा अन्य विपक्षी दलों ने भी इस बयान की निंदा की है। कई संगठनों ने इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी के दुरुपयोग और हिंसा भड़काने वाला करार दिया।
कांग्रेस की चेतावनी
नेताओं ने साफ कहा कि अगर आरोपी प्रवक्ता पर तुरंत कार्रवाई नहीं होती तो यह माना जाएगा कि सरकार ऐसे बयानों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की भाषा को बढ़ावा देने वालों पर कड़ी सजा होनी चाहिए।
टोंक | संवाददाता केशव रिपोर्टर