पीपलू | राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा के हाल ही में घोषित परिणामों में पीपलू के प्रतिभाशाली युवा जितेंद्र चौपड़ा पुत्र सद्दा लाल चौपड़ा ने 43वीं रैंक प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस सफलता के साथ उन्होंने न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे नगर और तहसील का मान बढ़ाया है।
क्षेत्र में खुशी की लहर
जितेंद्र की सफलता की खबर फैलते ही पीपलू नगर और आसपास के इलाकों में खुशी का माहौल बन गया। परिवार, रिश्तेदारों, मित्रों और स्थानीय नागरिकों ने उन्हें बधाइयों से नवाज़ा। सोशल मीडिया पर भी उन्हें बधाई संदेशों की बाढ़ आ गई है।
कड़ी मेहनत और लगन से मिली सफलता
जितेंद्र चौपड़ा का यह सफर आसान नहीं था। उन्होंने बताया कि उनका पहले भी RAS में चयन हुआ था, लेकिन रैंक संतोषजनक नहीं थी। उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत जारी रखी। इस बार उन्होंने अपनी रणनीति और तैयारी को और बेहतर बनाकर शानदार 43वीं रैंक हासिल की।
युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बने जितेंद्र
जितेंद्र की इस उपलब्धि ने क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणा का एक नया अध्याय लिखा है। स्थानीय कोचिंग संस्थानों और विद्यार्थियों ने कहा कि जितेंद्र का संघर्ष और मेहनत यह साबित करता है कि लक्ष्य पर ध्यान और निरंतर प्रयास से कोई भी सफलता असंभव नहीं।
परिवार में खुशी का माहौल
जितेंद्र के पिता सद्दा लाल चौपड़ा ने कहा कि यह सफलता उनके बेटे की सालों की मेहनत और अनुशासन का परिणाम है। परिवार ने हमेशा जितेंद्र को प्रोत्साहन दिया और कठिन समय में भी हिम्मत बनाए रखी।
क्षेत्र का नाम रोशन करने वाला युवा
पीपलू तहसील प्रशासन ने भी जितेंद्र को बधाई दी और कहा कि यह उपलब्धि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। जितेंद्र ने साबित कर दिया कि अगर मन में दृढ़ निश्चय और मेहनत का जज़्बा हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
भविष्य के लिए प्रेरणा
जितेंद्र चौपड़ा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि “कड़ी मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी है।” उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे हार न मानें, निरंतर प्रयास करते रहें।
जितेंद्र चौपड़ा की सफलता की कहानी संघर्ष, समर्पण और आत्मविश्वास की मिसाल है। पीपलू के इस होनहार युवा ने यह साबित कर दिया कि छोटे कस्बे से भी बड़े सपने पूरे किए जा सकते हैं।