कोटा। शहर के कैथूनीपोल थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक विवाहित महिला ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला ऑनलाइन बिजनेस से जुड़ी हुई थी और उसे इस दौरान धमकियां मिल रही थीं। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
विवाहिता उषा वर्मा ने लगाई फांसी
पुलिस के अनुसार, मृतका उषा वर्मा पत्नी हरीश वर्मा, निवासी कैथूनीपोल, ने मंगलवार देर रात या बुधवार सुबह अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। परिजनों ने उसे फंदे से उतारकर एमबीएस अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही कैथूनीपोल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ऑनलाइन बिजनेस में मिल रही थी धमकी
मृतका के पति हरीश वर्मा, जो कि एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक हैं, ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से गोदरेज प्रॉपर्टी से संबंधित बिजनेस करती थी। इस काम में उसके साथ अन्य लोग भी जुड़े हुए थे।
पिछले कुछ दिनों से कुछ लोगों द्वारा उसे पैसे जमा करवाने और लेनदेन को लेकर धमकियां दी जा रही थीं। लगातार मिल रही इन धमकियों के चलते वह मानसिक रूप से परेशान और अवसादग्रस्त हो गई थी।
पति के अनुसार, इसी मानसिक तनाव के कारण उसने बुधवार सुबह करीब 11 बजे आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।
पुलिस कर रही है जांच
कैथूनीपोल थाना पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतका के मोबाइल और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड जब्त किए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसे धमकी देने वाले लोग कौन थे।
थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ऑनलाइन ग्रुप से जुड़े कुछ व्यक्तियों के नाम सामने आ रहे हैं। फिलहाल पुलिस साइबर टीम की मदद से मामले की तहकीकात कर रही है।
परिवार में मातम, 5 साल का बेटा हुआ अनाथ
इस घटना से पूरे परिवार में मातम का माहौल है। उषा वर्मा के पीछे उसका पति और 5 वर्षीय पुत्र है। पड़ोसियों और रिश्तेदारों के अनुसार, उषा हमेशा मिलनसार और हंसमुख स्वभाव की थी, लेकिन हाल के दिनों में वह तनाव में नजर आ रही थी।
परिवारजन का कहना है कि उसे ऑनलाइन काम से जुड़ी परेशानियां थीं और कई बार वह इसके बारे में बात भी करती थी।
साइबर ठगी और ऑनलाइन धमकियों पर फिर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि ऑनलाइन बिजनेस या वर्क फ्रॉम होम के नाम पर चल रही योजनाएं कितनी सुरक्षित हैं।
आजकल कई महिलाएं सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से बिजनेस कर रही हैं, लेकिन ऐसे में साइबर ठगी और मानसिक उत्पीड़न के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के कार्यों में शामिल होने से पहले कंपनी की वैधता की जांच करना बेहद जरूरी है। साथ ही, किसी भी धमकी या ब्लैकमेल के मामले में तुरंत साइबर पुलिस या स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करनी चाहिए।
उषा वर्मा की आत्महत्या ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया बल्कि ऑनलाइन बिजनेस के अंधेरे पहलू को भी उजागर किया है। पुलिस की जांच से ही यह स्पष्ट होगा कि धमकी देने वालों के पीछे कौन से लोग या संगठन शामिल थे।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी ऑनलाइन धमकी या आर्थिक दबाव की स्थिति में तुरंत कानूनी सहायता लें और खुद को मानसिक तनाव से दूर रखें।
संवाददाता तेजपाल सिंग बग्गा
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