नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने विजयादशमी उत्सव पर देश की सुरक्षा और सतर्कता पर जोर दिया। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि “पहलगाम की घटना ने हमें साफ बता दिया कि हमारे दोस्त और दुश्मन कौन हैं। इसलिए हमें हमेशा सतर्क और समर्थ बने रहना होगा।”
भागवत ने कहा कि भारत की सुरक्षा सिर्फ सेना या सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक को सतर्क रहना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश को संगठित और मजबूत बनाने के लिए समाज में एकता जरूरी है।
इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद रहे। आरएसएस की स्थापना को 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर यह कार्यक्रम खास महत्व रखता है।
भागवत ने अपने भाषण में आत्मनिर्भरता, सांस्कृतिक जागरूकता और समाजिक सहयोग पर भी बल दिया। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएँ और चुनौतियों का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहें।