मांगरोल : मांगरोल तहसील का डाकघर इस समय अपनी सबसे खराब स्थिति में पहुंच चुका है। करीब 20 साल पुराने इस भवन में मेंटेनेंस के अभाव के कारण दीवारों पर दरारें पड़ गई हैं और छत से पानी टपकना आम बात हो गई है। बारिश के मौसम में तो पूरा डाकघर किसी तालाब की तरह नजर आता है, जिससे कर्मचारी और आने वाले लोग दोनों ही परेशान हैं।
20 साल पुराना भवन, मरम्मत का नामोनिशान नहीं
स्थानीय कर्मचारियों के अनुसार, डाकघर भवन का निर्माण लगभग दो दशक पहले हुआ था। समय-समय पर इसकी मरम्मत के लिए विभाग को कई बार शिकायतें भेजी गईं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
भवन की छत से बारिश का पानी टपकने के कारण दस्तावेज, पत्र और फाइलें भीग जाती हैं, जिससे कई बार डाक सामग्री खराब हो जाती है।
बारिश में टपकती छत, गिरे प्लास्टर के टुकड़े
मौसम बदलते ही डाकघर का भवन अपनी जर्जरता खुद बयान करता है। छत से प्लास्टर के टुकड़े गिरना, दीवारों पर नमी और फफूंदी जमना अब सामान्य बात हो चुकी है।
कर्मचारियों ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में कई बार छत से पानी टपकने की वजह से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी खराब हो चुके हैं।
कर्मचारी बोले — खतरे के बीच काम करने को मजबूर
डाकघर में कार्यरत कर्मचारियों का कहना है कि वे हर दिन अपनी जान जोखिम में डालकर काम करते हैं।
एक कर्मचारी ने बताया —
“हम कई बार उच्च अधिकारियों को भवन की मरम्मत के लिए आवेदन दे चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। बारिश के दौरान पूरा ऑफिस पानी से भर जाता है, जिससे फाइलें और कंप्यूटर भी खराब हो जाते हैं।”
आमजन को भी हो रही भारी परेशानी
डाकघर में काम करवाने आने वाले नागरिकों को भी बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
भीतर पानी भरने और छत टपकने से लोगों को बाहर इंतजार करना पड़ता है। कई बार पत्र या मनी ऑर्डर जैसी सेवाएं भी प्रभावित हो जाती हैं।
जिम्मेदार विभाग पर सवाल
स्थानीय नागरिकों ने सवाल उठाया है कि सरकारी भवनों के रखरखाव के लिए हर साल बजट जारी होता है, फिर भी मांगरोल डाकघर पर ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा?
लोगों का कहना है कि जब तक संबंधित अधिकारी मौके पर आकर स्थिति नहीं देखते, तब तक सुधार की उम्मीद नहीं की जा सकती।
जल्द मरम्मत की मांग
मांगरोल के सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने डाक विभाग और प्रशासन से भवन की त्वरित मरम्मत की मांग की है।
लोगों का कहना है कि अगर समय रहते मरम्मत नहीं की गई तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
संवाददाता जय प्रकाश शर्मा