टोंक जिले के पीपलू ब्लॉक के कुरेड़ा गांव में पेयजल समस्या गहराती जा रही है। गांव में बालाजी मंदिर के पास लगा सरकारी हैंडपंप पिछले तीन माह से खराब पड़ा है। हैंडपंप की मरम्मत न होने के कारण ग्रामीणों, राहगीरों और खासकर स्कूली छात्र-छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
तीन महीने से समाधान की राह देख रहे लोग
ग्रामीण लोकेश मीणा का कहना है कि हैंडपंप खराब होने की जानकारी कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को दी गई। यहां तक कि राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ। तीन महीने बीत जाने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
धरना-प्रदर्शन की चेतावनी
पानी की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही हैंडपंप को ठीक नहीं किया गया तो वे धरना-प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे। लोगों का कहना है कि गर्मी और नवरात्र जैसे अवसरों पर पानी की आवश्यकता और भी बढ़ जाती है, ऐसे में सरकार और प्रशासन की अनदेखी समझ से परे है।
छात्र-छात्राओं को हो रही परेशानी
गांव के स्कूली बच्चे भी पानी की इस समस्या से प्रभावित हैं। गर्मी और थकान के बीच उन्हें पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। यह स्थिति बच्चों के स्वास्थ्य और पढ़ाई दोनों पर असर डाल रही है।
प्रशासन से गुहार
ग्रामीणों का कहना है कि पानी जैसी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराना सरकार और प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। ऐसे में वे जल्द से जल्द हैंडपंप की मरम्मत की मांग कर रहे हैं, ताकि गांव की जनता को राहत मिल सके।
टोंक संवाददाता के.एस. भारत