जिले की बूढ़ादीत पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए भूमि धोखाधड़ी के मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी तरीके से जमीन अपने नाम करवाकर करीब 32 लाख रुपये हड़प लिए।
इस मामले में मुख्य आरोपी से 24 लाख रुपये नगद बरामद भी कर लिए हैं।
फरियादी की शिकायत पर शुरू हुई कार्रवाई
इस पूरे मामले की शुरुआत तब हुई जब ओमप्रकाश नामक व्यक्ति ने 4 अगस्त को थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। शिकायत में कहा गया कि उसकी जमीन को कुछ लोगों ने फर्जीवाड़ा करके अपने नाम करवा लिया और धोखे से 32 लाख रुपये हड़प लिए।
ओमप्रकाश की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और सबूत जुटाने के बाद आरोपियों को चिन्हित किया।
गिरफ्तार आरोपी
बूढ़ादीत पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद गुरुवार को कार्रवाई की और निम्नलिखित आरोपियों को गिरफ्तार किया:
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हेतराम रेवडीलाल
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लेखराज
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रघुवीर
इस मामले में एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में हुई कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक सुजीत शंकर के निर्देशन में बूढ़ादीत पुलिस ने यह कार्रवाई की। गुरुवार सुबह करीब पौने 11 बजे प्रेस नोट जारी कर बताया गया कि पुलिस को इस धोखाधड़ी मामले में सफलता मिली है।
24 लाख रुपये बरामद
पुलिस ने मुख्य आरोपी से पूछताछ के दौरान 24 लाख रुपये नगद बरामद किए हैं। शेष राशि और अन्य साक्ष्यों की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच जारी है और पूछताछ से कई और खुलासे होने की संभावना है।
भूमि धोखाधड़ी के मामले बढ़ते चिंता का कारण
कोटा और आसपास के क्षेत्रों में भूमि धोखाधड़ी के मामलों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है। फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीन अपने नाम करवाने की घटनाएं ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में चिंता का विषय बनी हुई हैं।
कानून विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के मामलों में अधिकतर लोग कानूनी प्रक्रिया की जानकारी न होने के कारण धोखेबाजों के शिकार हो जाते हैं।
बूढ़ादीत पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है। जांच के आधार पर यह पता लगाया जाएगा कि इस धोखाधड़ी में और कौन-कौन शामिल था और कितने समय से यह फर्जीवाड़ा चल रहा था।
आरोपियों को कोर्ट में पेश कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बूढ़ादीत पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया है कि प्रशासन भूमि धोखाधड़ी जैसे गंभीर अपराधों को लेकर सख्त है। पीड़ित ओमप्रकाश को राहत मिली है कि उसकी शिकायत पर त्वरित कार्रवाई हुई और लाखों रुपये बरामद भी कर लिए गए।
अब उम्मीद है कि पुलिस आगे की जांच में बाकी आरोपियों की संलिप्तता उजागर कर उन्हें भी कानून के शिकंजे में लाएगी।
संवाददाता तेजपाल सिंह बग्गा