राजस्थान के जयपुर जिले के शाहपुरा तहसील के नयाबास गांव निवासी राहुल घोसलिया, जो कजाकिस्तान की करागन्दा यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहे हैं, बीते 7 दिनों से ब्रेन हैमरेज के कारण गंभीर स्थिति में वेंटिलेटर पर भर्ती हैं। 8 अक्टूबर को उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ था और तब से उनकी तबीयत नाजुक बनी हुई है।
कांग्रेस नेता ने राष्ट्रपति भवन और पीएमओ में लगाई मदद की गुहार
राजस्थान के कांग्रेस नेता और पूर्व राजस्थान बीज निगम निदेशक चर्मेश शर्मा ने मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचकर राहुल की गंभीर स्थिति के बारे में ज्ञापन सौंपा। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तत्काल कजाकिस्तान से राहुल को एयर एम्बुलेंस के माध्यम से भारत लाने की मांग की है, ताकि उन्हें यहां एम्स में बेहतर उपचार मिल सके।
विदेश मंत्रालय से भी की गई सहायता की अपील
चर्मेश शर्मा ने साउथ ब्लॉक में स्थित विदेश मंत्रालय में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिश्री से भी मदद की अपील की। राहुल के परिवार ने स्थानीय महिला कांग्रेस नेता रेखा कलोसिया के माध्यम से भी सहायता मांगी थी, जिसके बाद यह मामला सामने आया।
राहुल के परिजनों की चिंता और अपील
राहुल के पिता बंशीधर घोसलिया, जो भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं, स्वयं भी पक्षाघात से जूझ रहे हैं। राहुल सात बहनों में इकलौता भाई है और परिवार उसकी जल्दी से जल्दी स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहा है। परिवार का कहना है कि कजाकिस्तान में उसे उचित चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं और इसलिए भारत लाकर एम्स में इलाज आवश्यक है।
कजाकिस्तान से भारत लाने की मांग क्यों जरूरी?
राहुल की गंभीर स्थिति को देखते हुए यह माना जा रहा है कि कजाकिस्तान में मौजूद मेडिकल सुविधाएं उनकी मदद के लिए पर्याप्त नहीं हैं। भारत में बेहतर उपचार उपलब्ध होने के कारण एयर एम्बुलेंस से तत्काल एयरलिफ्ट कर उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराना जरूरी है। इससे राहुल के जीवन की रक्षा की संभावना बढ़ सकती है।
राजस्थान सहित पूरे देश के लोग राहुल के स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। इस समय पर कजाकिस्तान से भारत लाने की त्वरित कार्रवाई ही उनके जीवन को बचाने में मदद कर सकती है। राजनीतिक नेताओं और सरकार से अपील की जा रही है कि वे इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप करें।
संवाददाता रवि शर्मा