खबर का असर: 5 दिन में टूटी पुलिया से शुरू हुआ रास्ता, किसानों के चेहरे पर लौटी मुस्कान

समाचार की ताकत एक बार फिर साबित हुई। ग्राम देवरी विलायतीपुर से ढूंढिया नाथडी के बीच पुलिया लंबे समय से क्षतिग्रस्त थी। यहां से रोजाना ग्रामीणों और किसानों को जान जोखिम में डालकर गुजरना पड़ता था। यह समस्या जब तक सामने नहीं आई, तब तक प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया। लेकिन जैसे ही ई न्यूज भारत ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया, प्रशासन हरकत में आया और मात्र 4 से 5 दिनों में रास्ते को चालू करा दिया

पुलिया की स्थिति से परेशान थे ग्रामीण

देवरी विलायतीपुर और ढूंढिया नाथडी को जोड़ने वाली यह पुलिया क्षेत्र के लिए जीवन रेखा जैसी है। यहां से रोजाना किसानों, स्कूली बच्चों और ग्रामीणों का आना-जाना होता है। पुलिया टूटने के कारण लोग ट्रैक्टर, बाइक और पैदल चलते समय जोखिम उठाते थे। बारिश के दिनों में तो हालात और भी भयावह हो जाते थे।

ग्रामीणों का कहना था कि कई बार स्थानीय स्तर पर शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। लोग मजबूरी में खतरे के बावजूद इसी रास्ते से गुजर रहे थे।

ई न्यूज भारत की रिपोर्ट बनी बदलाव की वजह

इस समस्या को नरेश मीणा कुरेडा ने उठाया और ई न्यूज भारत पर इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर छपते ही प्रशासनिक महकमे में हलचल मच गई। अधिकारियों ने तुरंत स्थल का निरीक्षण कराया और आवश्यक मरम्मत कार्य शुरू कर दिया। नतीजा यह हुआ कि सिर्फ 4 से 5 दिनों में पुलिया को दुरुस्त कर दिया गया और रास्ता सुचारू रूप से शुरू हो गया

किसानों के चेहरे पर लौटी मुस्कान

पुलिया के सुधरने से किसानों को बड़ी राहत मिली है। अब वे आसानी से अपने खेतों तक आ-जा सकते हैं। मंडल अध्यक्ष लोकेश कुरेडा ने बताया कि इस पुलिया पर 24 घंटे यातायात चलता है और यहां से होकर ही कई मार्गों पर वाहन जाते हैं।

उन्होंने कहा कि अगर यह समस्या और लंबी चलती तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता। अब समय पर रास्ता ठीक होने से सभी लोग राहत की सांस ले रहे हैं।

प्रशासन की तेजी पर खुशी

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन ने जिस तेजी से काम किया, वह काबिले तारीफ है। आमतौर पर ऐसी समस्याओं को सुलझाने में हफ्तों या महीनों का समय लग जाता है, लेकिन इस बार खबर का असर इतना तेज़ हुआ कि प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की।

खबर का असर: पत्रकारिता की ताकत

यह उदाहरण साफ दर्शाता है कि पत्रकारिता सिर्फ सूचना देने का माध्यम नहीं है, बल्कि समाज की समस्याओं का समाधान निकालने की ताकत भी रखती है। ई न्यूज भारत ने जब इस मुद्दे को उठाया तो प्रशासन ने भी जिम्मेदारी दिखाई और जनता की तकलीफ को तुरंत दूर किया।

देवरी विलायतीपुर से ढूंढिया नाथडी तक का यह रास्ता अब पूरी तरह से सुरक्षित और सुचारू हो गया है। किसानों और ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी है। यह पूरी घटना एक बार फिर साबित करती है कि “खबर का असर” सचमुच समाज में बदलाव लाने की ताकत रखता है।

ई न्यूज भारत की यह रिपोर्ट लोगों के लिए राहत बनकर आई और प्रशासन को जवाबदेह भी बनाया।

संवाददाता भरत शर्मा

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