झालावाड़ जिले की ग्राम पंचायत बड़बड़ में गांव की भूमि पर हो रहे अवैध अतिक्रमण को लेकर पूर्व सरपंच संतोष प्रसाद ने बड़ा कदम उठाते हुए पेयजल स्रोत की पानी की टंकी के ऊपर चढ़कर विरोध प्रदर्शन किया। उनके इस कदम से पूरे गांव में हड़कंप मच गया और मामला प्रशासन के संज्ञान में पहुंचा।
गांव की भूमि पर दबंगों का अवैध कब्जा
ग्रामीणों के अनुसार, गांव की सार्वजनिक भूमि पर कुछ दबंग लोगों द्वारा गैरकानूनी तरीके से कब्जा किया जा रहा था। इस जमीन को पंचायत की संपत्ति बताया गया है, जिसका उपयोग सार्वजनिक कार्यों और ग्रामीण विकास योजनाओं के लिए किया जाता रहा है। लेकिन बीते कुछ समय से कुछ लोगों ने इस भूमि पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया, जिससे गांव के लोग नाराज हो गए।
पूर्व सरपंच ने जताई नाराजगी
अवैध कब्जे की जानकारी मिलने पर ग्राम पंचायत बड़बड़ के पूर्व सरपंच संतोष प्रसाद ने मामले को लेकर पंचायत प्रशासन से शिकायत की। जब प्रशासनिक कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने विरोध स्वरूप पेयजल टंकी के ऊपर चढ़कर धरना प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि जब तक अवैध अतिक्रमण नहीं हटाया जाता, वे टंकी से नीचे नहीं उतरेंगे।
मौके पर पहुंचा प्रशासन और पुलिस दल
सूचना मिलते ही तहसीलदार बकानी रमेश चंद्र शर्मा और स्थानीय पुलिस दल मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूर्व सरपंच को समझाने की कोशिश की और स्थिति को शांत कराने के प्रयास किए। प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि अवैध अतिक्रमण की जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों ने किया पूर्व सरपंच के समर्थन में प्रदर्शन
इस घटना की जानकारी मिलते ही गांव के सैकड़ों ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और उन्होंने भी संतोष प्रसाद का समर्थन किया। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की कि गांव की भूमि को कब्जामुक्त कराया जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।
प्रशासनिक अधिकारियों ने दी जानकारी
तहसीलदार बकानी रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही टीम को मौके पर भेजा गया। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक स्तर पर जांच जारी है और शीघ्र ही कब्जे को हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। साथ ही सभी पक्षों से बातचीत कर शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाएगा।
गांव में मचा हड़कंप, जांच जारी
इस पूरे घटनाक्रम के बाद गांव में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। पुलिस प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। अधिकारियों ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा कि कानून अपने तरीके से कार्य करेगा।
ग्राम पंचायत बड़बड़ में हुआ यह विरोध गांव की भूमि की सुरक्षा और पारदर्शिता की मांग को उजागर करता है। पूर्व सरपंच संतोष प्रसाद का यह कदम प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ ग्रामीण आवाज को बल देने वाला साबित हुआ है। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि प्रशासन कब तक इस अवैध अतिक्रमण को हटाकर गांव की भूमि को वापस पंचायत के अधीन करता है।