दिल्ली-एनसीआर में बढ़ता वायु प्रदूषण, हालात हुए गंभीर
वायु प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक श्रेणी में बना हुआ है। शुक्रवार सुबह राजधानी का औसत एक्यूआई (Air Quality Index) 293 दर्ज किया गया, जो “गंभीर” श्रेणी के करीब है। इससे पहले गुरुवार को AQI 305 और बुधवार को 353 तक पहुंच गया था। नोएडा और गुरुग्राम में भी हालात बेहतर नहीं हैं — नोएडा में प्रदूषण का स्तर 264 और गुरुग्राम में 208 दर्ज किया गया। इससे साफ है कि दिल्ली-एनसीआर की हवा अभी भी जहरीली बनी हुई है।
दिल्ली सरकार का कदम — कृत्रिम बारिश से मिलेगी राहत?
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण पर काबू पाने के लिए 29 अक्टूबर से कृत्रिम बारिश कराने की योजना बनाई है। इसके लिए “क्लाउड सीडिंग” तकनीक का सफल परीक्षण किया गया है। IIT कानपुर की टीम को इस मिशन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि बुराड़ी में क्लाउड सीडिंग का ट्रायल सफल रहा है और अब वास्तविक बारिश कराकर वायु गुणवत्ता में सुधार लाने की तैयारी है।
कहां कितना खराब है हवा का स्तर?
राजधानी दिल्ली में कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब है। आईटीओ का AQI 316, आरके पुरम का 315, पंजाबी बाग का 313, जबकि सीरीफोर्ट में 295 दर्ज किया गया। इसके अलावा अलीपुर 285, मंदिर मार्ग 285 और लोधी रोड पर 254 तक AQI पहुंचा है। ये आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में हवा सांस लेने लायक नहीं बची है।
नोएडा और गुरुग्राम की स्थिति भी खराब
दिल्ली से सटे शहर नोएडा और गुरुग्राम में भी प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। नोएडा में औसतन AQI 264 पर दर्ज किया गया जो “खराब” श्रेणी में आता है, वहीं गुरुग्राम का औसत AQI 208 पर रहा। सेक्टर 51 गुरुग्राम में AQI 295 तक पहुंच गया जबकि ग्वाल पहाड़ी में 197 दर्ज किया गया। यह स्थिति बताती है कि NCR के सभी प्रमुख क्षेत्र जहरीली हवा की चपेट में हैं।
दिवाली और सर्दी बढ़ा रही हैं परेशानी
विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली के बाद पटाखों का धुआं और ठंडी हवा प्रदूषण को और बढ़ा सकती है। हवा की गति धीमी होने के कारण प्रदूषक तत्व वातावरण में फंस जाते हैं, जिससे AQI लगातार बढ़ता जाता है। इससे आंखों में जलन, सांस की तकलीफ और अस्थमा के मरीजों के लिए स्थिति और भी खतरनाक बन जाती है।
देश के अन्य शहरों का हाल
दिल्ली-एनसीआर के अलावा देश के अन्य प्रमुख शहरों की स्थिति भी चिंताजनक है। लखनऊ में AQI 176, पटना में 173, भोपाल में 127, कोलकाता में 120, जबकि मुंबई में 81 दर्ज किया गया। हालांकि इन शहरों की तुलना में दिल्ली-एनसीआर की स्थिति सबसे खराब बनी हुई है।
बारिश ही बनेगी राहत की उम्मीद
मौसम विभाग के अनुसार, 29 अक्टूबर को दिल्ली में बादल छाए रहने की संभावना है। इस वजह से कृत्रिम बारिश कराने में आसानी होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि क्लाउड सीडिंग सफल रही तो दिल्ली की वायु गुणवत्ता में 40% तक सुधार आ सकता है। फिलहाल लोग राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं कि बारिश से दिल्ली की जहरीली हवा साफ हो सके।
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