भाई दूज 2025 पर पूरे भारत में मजबूत कारोबारी माहौल देखा जा रहा है। इस दौरान 22,000 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है, जिसमें अकेले दिल्ली का योगदान करीब 2,800 करोड़ रुपये रहने की संभावना है। यह जानकारी कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने दी।
बाजारों में भारी भीड़ और सबसे अधिक बिक रहे आइटम
दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद, लखनऊ, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु, पुणे और इंदौर के प्रमुख बाजारों में भारी भीड़ देखी गई। मिठाइयां, उपहार, वस्त्र, आभूषण और त्योहारी सामान की खरीदारी में तेजी रही। मिठाइयां और सूखे मेवे, साड़ियां, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स, घरेलू उपकरण और गिफ्ट हैंपर सबसे अधिक बिके।
भाई दूज का अर्थव्यवस्था में योगदान
चांदनी चौक से सांसद और CAIT के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि भाई दूज न केवल पारिवारिक रिश्तों को मजबूत करता है, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। इस साल लोगों ने ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल को सपोर्ट किया।
स्वदेशी उत्पादों की बिक्री में वृद्धि
CAIT के अनुसार इस वर्ष स्वदेशी उत्पादों की बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसमें पारंपरिक मिठाइयां, हाथ से बने उपहार, सूखे मेवे और हथकरघा परिधान शामिल हैं।