सिस्टम से लड़ाई, विवादों का सिलसिला और एक ईमानदार अफसर का अंत

 IPS वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या: सिस्टम से लड़ाई, विवादों का सिलसिला और एक ईमानदार अफसर का अंत

हरियाणा पुलिस के सीनियर IPS अफसर वाई. पूरन कुमार (Y Puran Kumar) ने 7 अक्टूबर 2025 को चंडीगढ़ में अपने सरकारी आवास में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वे 2001 बैच के अधिकारी थे और हाल ही में PTC (Police Training Centre) सुनारिया, रोहतक में पोस्टेड थे। उनकी आत्महत्या की खबर ने हरियाणा पुलिस और प्रशासनिक हलकों में गहरा सदमा पहुंचाया है।

सख्त, ईमानदार और सिस्टम से टकराने वाले अफसर

वाई. पूरन कुमार को एक ईमानदार, सख्त और सिस्टम के खिलाफ खुलकर बोलने वाले अधिकारी के रूप में जाना जाता था। वे अपने बेबाक रवैये और नीतिगत सवाल उठाने के कारण कई बार सुर्खियों में रहे। उन्होंने कई बार सरकार और पुलिस विभाग के फैसलों पर आपत्ति जताई और उसे “प्रशासनिक अन्याय” बताया।

अपने करियर में वे IGP (लॉ एंड ऑर्डर), IGP (टेलीकॉम) और IGP रोहतक रेंज जैसे अहम पदों पर रह चुके थे। लेकिन 2025 के मध्य में जब उन्हें रोहतक रेंज से हटाकर PTC सुनारिया भेजा गया, तो इसे “साइड पोस्टिंग” माना गया। सूत्रों के मुताबिक, यही फैसला उनके मानसिक तनाव का बड़ा कारण बना।

विवादों और शिकायतों का लंबा सिलसिला

IPS वाई. पूरन कुमार के करियर में विवादों की भरमार रही। उन्होंने कई बार अपने वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए।

  • 2020 में उन्होंने तत्कालीन DGP मनोज यादव पर जातीय भेदभाव और व्यक्तिगत रंजिश का आरोप लगाया था।

  • उन्होंने गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा पर “पक्षपाती जांच” का आरोप लगाते हुए जांच किसी स्वतंत्र अधिकारी से कराने की मांग की थी।

  • उन्होंने हरियाणा सरकार के कुछ आदेशों के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी — जैसे बिना वित्त विभाग की मंजूरी नए पुलिस पद सृजित करने का निर्णय।

  • 2024 में उन्होंने DGP शत्रुजीत कपूर के खिलाफ शिकायत की थी कि विभागीय ट्रांसफर में नियमों का उल्लंघन हो रहा है।

इन लगातार शिकायतों और विवादों के चलते उन्हें प्रशासन में “ट्रबलमेकर” के रूप में देखा जाने लगा। कई अफसरों का कहना है कि पूरन कुमार अपनी ईमानदारी के कारण सिस्टम से भिड़ने से नहीं डरते थे, परंतु इससे वे धीरे-धीरे अलग-थलग पड़ गए।

मानसिक दबाव और सुरक्षा की चिंता

सूत्रों के अनुसार, वाई. पूरन कुमार पिछले कुछ महीनों से गहरे मानसिक तनाव में थे। उन्होंने खुद सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी और DGP को अपनी सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने का अनुरोध भी किया था। उनका कहना था कि कुछ अधिकारियों और राजनीतिक तत्वों से उन्हें खतरा महसूस होता है।

उनकी पत्नी आईएएस अमनीत कौर इस समय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान दौरे पर थीं। आत्महत्या के समय वे घर पर अकेले थे।

आत्महत्या की घटना

7 अक्टूबर की सुबह करीब 9 बजे, चंडीगढ़ सेक्टर-11 स्थित उनके आवास से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो दरवाजा अंदर से बंद था। अंदर वे खून से लथपथ हालत में मिले। पुलिस ने बताया कि उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी।

पुलिस ने मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं किया है। फिलहाल चंडीगढ़ पुलिस मामले की जांच कर रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

एक अफसर की अधूरी लड़ाई

वाई. पूरन कुमार का जीवन केवल एक अधिकारी की कहानी नहीं, बल्कि उस संघर्ष का प्रतीक है जिसमें एक ईमानदार अफसर पूरे सिस्टम से भिड़ जाता है। उन्होंने अपने करियर में हमेशा पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग की। उन्होंने कई बार कहा था कि वे “सिस्टम के भीतर से सुधार लाने” की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।

उनकी आत्महत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं:

  • क्या ईमानदार अफसरों के लिए सिस्टम में जगह बची है?

  • क्या विवादों में फंसे अधिकारी को मानसिक स्वास्थ्य सहायता और संस्थागत समर्थन मिलता है?

  • और क्या प्रशासनिक दबाव किसी अधिकारी को आत्महत्या तक ले जा सकता है?

जांच और आगे की कार्रवाई

चंडीगढ़ पुलिस अब उनके मोबाइल, ईमेल और पिछले कुछ महीनों की फाइलें खंगाल रही है ताकि आत्महत्या की असली वजह सामने आ सके। हरियाणा सरकार ने भी मामले की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं।

वहीं पुलिस सेवा संघ (IPS Association) ने भी उनकी मौत पर दुख जताते हुए कहा कि, “एक ईमानदार अफसर का इस तरह जाना पूरे तंत्र के लिए आत्ममंथन का विषय है।”

वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या सिर्फ एक व्यक्तिगत घटना नहीं, बल्कि सिस्टम पर सवाल है। उन्होंने बार-बार कहा था कि वे न्याय के लिए आवाज उठाते रहेंगे — पर लगता है कि उसी लड़ाई ने उन्हें भीतर से तोड़ दिया।

उनकी मौत ने यह साबित कर दिया कि प्रशासनिक सुधार सिर्फ कागजों में नहीं, बल्कि कार्यसंस्कृति में उतरने चाहिए। हरियाणा ही नहीं, पूरे देश में यह मामला चेतावनी है कि ईमानदारी और पारदर्शिता के लिए लड़ने वालों को मानसिक, सामाजिक और संस्थागत समर्थन की कितनी ज़रूरत है।

 

BSF ने पाकिस्तानी नागरिक को भारत में घुसने की कोशिश करते हुए पकड़ा

गुजरात :- सीमावर्ती इलाके में भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एक पाकिस्तानी नागरिक को भारत में घुसने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया। यह घटना सोमवार सुबह हुई, जब जवानों ने सीमा पर गश्त करते समय संदिग्ध गतिविधि देखी और तुरंत कार्रवाई की।

घटना का विवरण

  • यह मामला गुजरात के सांतलपुर क्षेत्र का है।

  • BSF जवान नियमित गश्त पर थे, तभी उन्होंने सीमा के पास एक व्यक्ति को संदिग्ध हालात में देखा।

  • व्यक्ति चेतावनी के बावजूद नहीं रुका, जिसके बाद जवानों ने उसे काबू में कर लिया।

  • फिलहाल पूछताछ जारी है और उसकी पहचान और उद्देश्य की जांच की जा रही है।

सीमा सुरक्षा की चुनौतियाँ

भारत-पाकिस्तान सीमा लगभग 3,300 किलोमीटर लंबी है। कच्छ और बनासकांठा क्षेत्रों में रेगिस्तानी और निर्जन इलाके होने के कारण निगरानी चुनौतीपूर्ण होती है।

  • सीमावर्ती क्षेत्रों में अक्सर घुसपैठ, तस्करी और जासूसी जैसी घटनाएँ सामने आती हैं।

  • BSF जवान 24 घंटे गश्त पर रहते हैं और किसी भी असामान्य हलचल पर तुरंत कार्रवाई करते हैं।

  • ऐसे मामलों में जवानों की तत्परता और प्रोफेशनलिज़्म सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है।

अब तक क्या पता चला है

  • पकड़े गए व्यक्ति की राष्ट्रीयता पाकिस्तानी बताई जा रही है।

  • उसके पास कोई वैध दस्तावेज या यात्रा अनुमति नहीं थी।

  • पूछताछ से पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसका उद्देश्य क्या था —

    • क्या वह रास्ता भटक गया था?

    • या किसी विशेष योजना के तहत भेजा गया था?

BSF की कार्रवाई का महत्व

  • BSF जवानों ने किसी हिंसा के बिना व्यक्ति को काबू में किया।

  • यह कार्रवाई सुरक्षा बल की सतर्कता और प्रशिक्षण का नतीजा है।

  • BSF जवान “Shoot, Shout, and Stop” प्रोटोकॉल के तहत काम करते हैं — पहले चेतावनी, फिर पकड़ने की कोशिश, और अंत में आवश्यक कार्रवाई।

पिछली घटनाओं का संदर्भ

  • जनवरी 2025 में गुजरात के कच्छ से एक पाकिस्तानी नागरिक को BSF ने पकड़ा था।

  • ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें सीमा पार करने वाले व्यक्ति का उद्देश्य जासूसी या अवैध गतिविधि से जुड़ा होता है।

इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि सीमा सुरक्षा लगातार चुनौतीपूर्ण बनी हुई है, और सतर्कता में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।

विशेषज्ञों की राय

रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि:

  • BSF की सतर्कता और आधुनिक तकनीक (ड्रोन, सेंसर, नाइट विजन कैमरा) ने घुसपैठ की घटनाओं को काफी हद तक रोका है।

  • हालांकि, रेगिस्तानी इलाके और मौसम जैसी चुनौतियां सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावित कर सकती हैं।

  • पकड़े गए व्यक्ति की पूरी जांच से ही यह स्पष्ट होगा कि वह अकेला था या किसी नेटवर्क का हिस्सा।

आगे की संभावित कार्रवाई

  • जांच एजेंसियाँ अब उसकी पृष्ठभूमि और उद्देश्य की जांच कर रही हैं।

  • पकड़े गए व्यक्ति को स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों को सौंपा गया है।

  • अगर उसके पास किसी नेटवर्क या आपराधिक योजना का संबंध पाया जाता है, तो इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला माना जाएगा।

गुजरात बॉर्डर पर BSF की यह कार्रवाई यह दिखाती है कि सीमा पर निगरानी पूरी तरह सक्रिय है।

  • जवानों की तत्परता ने संभावित खतरे को समय रहते रोका।

  • यह घटना एक चेतावनी भी है कि सीमा पर सतर्कता हमेशा जरूरी है।

भारत की सीमाओं की सुरक्षा सुरक्षित और सशक्त हाथों में है, और ऐसे मामले यह साबित करते हैं कि जवान अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं।

एयरटेल और HCL टेक के शेयरों ने मचाई धूम, Sensex-Nifty चौथे दिन भी हरे

भारतीय शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन तेजी देखी गई।
Sensex और Nifty 50 दोनों सूचकांक हरे निशान पर बंद हुए, और इस रैली में Bharti Airtel और HCL Technologies के शेयरों ने निवेशकों को खासा लाभ दिया।

आज का सत्र निवेशकों के भरोसे और बाजार की सकारात्मक उम्मीदों से भरा रहा। आइए जानते हैं तीन बड़े कारण, जिनकी वजह से बाजार में लगातार तेजी देखने को मिली।

1. Airtel और HCL Tech की मजबूत प्रदर्शन क्षमता

आज बाजार में सबसे अधिक उछाल Airtel और HCL Tech के शेयरों में देखा गया।

  • Airtel: टेलिकॉम और डिजिटल सर्विस में लगातार सुधार और नए कॉन्ट्रैक्ट्स ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया।

  • HCL Tech: आईटी सेक्टर में क्लाउड और ऑटोमेशन प्रोजेक्ट्स के बढ़ते ऑर्डर ने कंपनी की स्थिति मजबूत की।

निवेशक ऐसे सेक्टर्स में भरोसा दिखा रहे हैं, जिन्हें आर्थिक अनिश्चितता में भी स्थिर माना जाता है।

2. निवेशकों की सक्रिय खरीदारी और विदेशी निवेश

  • घरेलू निवेशक (DII) और म्यूचुअल फंड ने लगातार खरीदारी की।

  • विदेशी निवेशक (FII) भी भारत में निवेश बढ़ा रहे हैं।

इस सक्रियता ने बाजार में स्थिरता और तेजी दोनों को बनाए रखा।
खासकर बैंकिंग, टेलिकॉम और आईटी शेयरों ने इस रैली का नेतृत्व किया।

3. प्री-अर्निंग्स पॉजिटिव मूड और RBI की नीतियाँ

  • निवेशकों को Q2 में कंपनियों की कमाई में सुधार की उम्मीद है।

  • भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की स्थिर लेंडिंग नीतियों और तरलता बनाए रखने के संकेत ने बाजार को मजबूती दी।

सरकारी और केंद्रीय बैंक की ये पहल निवेशकों के आत्मविश्वास को बढ़ा रही हैं, जिससे बाजार में तेजी बनी रहती है।

आज का बाजार हाल

  • Sensex 130 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ।

  • Nifty 50 25,100 के स्तर को पार कर गया।

  • मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स में भी सकारात्मक गतिविधि रही।

Airtel, HCL Tech, ICICI Bank और Reliance Industries टॉप गेनर्स में शामिल रहे।

विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार की यह तेजी केवल तकनीकी रूप से नहीं, बल्कि मूलभूत मजबूती पर आधारित है।

  • बढ़ती कंपनियों की कमाई

  • मजबूत निवेशक भावना

  • और स्थिर नीतिगत वातावरण

तीनों ने मिलकर बाजार में विश्वास पैदा किया है।

हालांकि, वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और तेल की कीमतों पर नजर रखने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ये बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।

निवेशकों के लिए रणनीति

  • मजबूत कंपनियों जैसे Airtel और HCL Tech में दीर्घकालिक निवेश करना लाभकारी रहेगा।

  • बाजार में हल्की गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में देखें।

  • अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से घबराने की बजाय दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाएँ।

भारतीय शेयर बाजार की लगातार चौथी तेजी निवेशकों के भरोसे और मजबूत कंपनियों की स्थिति का प्रमाण है।

तीन प्रमुख कारण —
1️⃣ Airtel और HCL Tech की मजबूत प्रदर्शन क्षमता
2️⃣ निवेशकों की सक्रिय खरीदारी
3️⃣ RBI और प्री-अर्निंग्स से मिली सकारात्मकता

— ने बाजार में भरोसा बढ़ाया और Sensex-Nifty को नई ऊंचाई पर पहुँचाया।

iPhone Air First Impressions: बेहद पतला और हल्का, जानें यूजर एक्सपीरियंस

एप्पल ने हाल ही में अपना नया स्मार्टफोन iPhone Air लॉन्च किया है, जिसे लेकर तकनीकी जगत में काफी उत्सुकता थी। लॉन्च के बाद हमने इसे हैंड्स-ऑन अनुभव किया और पाया कि iPhone Air अपने हल्के और पतले डिज़ाइन के कारण तुरंत ही ध्यान खींचता है।

डिज़ाइन और वजन

iPhone Air की सबसे बड़ी खूबी है इसका पतला और हल्का शरीर। हाथ में पकड़ने पर यह लगभग किसी नॉर्मल मोबाइल की तरह लगता है, लेकिन इसके अंदर मौजूद सुपर पावरफुल हार्डवेयर इसे अलग बनाता है।

  • वजन: 145 ग्राम (लगभग)

  • मोटाई: 6.7 मिमी

  • उपलब्ध रंग: सिल्वर, स्पेस ग्रे, गोल्ड और ब्लू

पतला और हल्का होने के साथ-साथ फोन का डिज़ाइन एर्गोनॉमिक भी है, जिससे लंबे समय तक उपयोग करने पर भी हाथ में थकान नहीं होती।

डिस्प्ले और विज़ुअल्स

iPhone Air में 6.1 इंच की Super Retina XDR OLED डिस्प्ले दी गई है।

  • रिज़ॉल्यूशन: 1170 x 2532 पिक्सल

  • ब्राइटनेस: 1000 निट (सूरज की रोशनी में भी स्पष्ट)

  • HDR10 और Dolby Vision सपोर्ट

वीडियो और गेमिंग का अनुभव शानदार है। रंग, कंट्रास्ट और विज़ुअल क्लैरिटी के मामले में यह iPhone के प्रीमियम मॉडल्स के क़रीब है।

कैमरा पर पहले इम्प्रेशन्स

iPhone Air में डुअल कैमरा सेटअप है:

  • प्राइमरी: 12MP, f/1.6

  • अल्ट्रा-वाइड: 12MP, f/2.4

फोटोग्राफी में यह स्मार्टफोन बेहद रियलिस्टिक और शार्प इमेजेज देता है। पोर्ट्रेट मोड, नाइट मोड और 4K वीडियो रिकॉर्डिंग फीचर्स इसे सोशल मीडिया और कंटेंट क्रिएटर के लिए भी उपयुक्त बनाते हैं।

प्रदर्शन और बैटरी

iPhone Air में A17 Bionic चिपसेट लगा है, जो कि तेज़ और स्मूथ परफॉर्मेंस देता है। मल्टीटास्किंग, गेमिंग और ऐप्स चलाने में कोई रुकावट नहीं।

  • बैटरी: 3200 mAh (लगभग)

  • चार्जिंग: 20W फास्ट चार्ज सपोर्ट

  • वायरलेस चार्जिंग भी उपलब्ध

iOS 19 और यूजर एक्सपीरियंस

iPhone Air iOS 19 पर चलता है।

  • नया कंट्रोल सेंटर और स्मार्ट नोटिफिकेशन

  • बेहतर सिक्योरिटी और प्राइवेसी फीचर्स

  • Face ID और iCloud एकीकरण

यूजर इंटरफेस स्मूथ और सहज है। हल्के वजन और बेहतर परफॉर्मेंस के साथ यह फोन रोजमर्रा के उपयोग के लिए आदर्श है।

iPhone Air उन यूज़र्स के लिए एक परफेक्ट स्मार्टफोन है, जो पतले, हल्के और प्रीमियम फीचर्स वाला iPhone चाहते हैं। कैमरा, डिस्प्ले और बैटरी लाइफ के मामले में यह बेहद संतुलित विकल्प साबित होता है।

यदि आप रोज़मर्रा का उपयोग और हल्का डिज़ाइन पसंद करते हैं, तो iPhone Air आपके लिए स्मार्ट और स्टाइलिश विकल्प हो सकता है।

दुनिया का सबसे महंगा शेयर: एक शेयर बेचकर बन जाएंगे अमीर, 95 साल के वॉरेन बफे की कंपनी

दुनिया के सबसे महंगे शेयरों में से एक है Berkshire Hathaway Class A (BRK.A), जिसकी कीमत अब लगभग $7.5 लाख (करीब ₹6.2 करोड़) तक पहुँच गई है। इस शेयर के मालिक बनना मतलब निवेश की दुनिया में एक बड़े कदम रखना है। इस कंपनी के पीछे हैं वॉरेन बफे, जो 95 वर्ष की उम्र में भी निवेश की दुनिया में सक्रिय हैं।

Berkshire Hathaway Class A की स्थिति

  • शेयर की कीमत: लगभग $749,300

  • कंपनी का मार्केट कैप: $1.08 ट्रिलियन

  • कुल शेयरों की संख्या: 1.44 मिलियन

  • नकद और निवेश: $344.1 बिलियन

यह शेयर अपनी ऊंची कीमत के कारण आम निवेशकों के लिए कठिन उपलब्ध है। हालांकि, Berkshire Hathaway ने Class B (BRK.B) शेयर भी जारी किए हैं, जो लगभग $499 में उपलब्ध हैं और अधिक सुलभ विकल्प हैं।

वॉरेन बफे: 95 साल की उम्र में भी सक्रिय

वॉरेन बफे ने 30 अगस्त 2025 को 95वां जन्मदिन मनाया। उन्होंने हाल ही में घोषणा की कि वह CEO पद से इस वर्ष के अंत तक इस्तीफा देंगे, लेकिन चेयरमैन के रूप में बने रहेंगे।
वॉरेन बफे की निवेश रणनीतियाँ और निर्णय उन्हें दुनिया के सबसे सफल और प्रतिष्ठित निवेशकों में से एक बनाते हैं।

शेयर की लोकप्रियता और निवेश

Berkshire Hathaway Class A शेयर का मूल्य इतना उच्च है कि इसे केवल अत्यंत धनी निवेशक ही खरीद सकते हैं। यह शेयर निवेशकों को दीर्घकालीन लाभ और वित्तीय स्थिरता प्रदान करने के लिए जाना जाता है।

  • Class A शेयर का मूल्यांकन Bitcoin और अन्य क्रिप्टो की तुलना में भी अधिक हो चुका है।

  • यह शेयर निवेश के लिए सुरक्षित और लंबी अवधि वाला विकल्प माना जाता है।

  • Class B शेयर, जो सुलभ हैं, छोटे निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प हैं।

महंगे शेयर का महत्व

Berkshire Hathaway Class A शेयर न केवल महंगा है, बल्कि यह विश्वसनीयता, स्थिरता और वॉरेन बफे की निवेश नीति का प्रतीक भी है। यह शेयर यह संदेश देता है कि सफल निवेश धैर्य और लंबी अवधि की योजना से संभव है

अगर आप इस शेयर को बेचकर सोचते हैं कि बंगला या गाड़ी खरीदेंगे, तो यह सपना काफी हद तक सच हो सकता है, क्योंकि एक ही शेयर की कीमत कई करोड़ रुपये है।

Berkshire Hathaway Class A शेयर दुनिया के सबसे महंगे और प्रतिष्ठित शेयरों में से एक है। वॉरेन बफे की नेतृत्व शैली और निवेश की सूझबूझ इसे और भी मूल्यवान बनाती है। यह शेयर धनी निवेशकों के लिए लंबी अवधि का सुरक्षित निवेश विकल्प है।

छोटे निवेशक Class B शेयर के माध्यम से भी इस कंपनी में हिस्सेदारी ले सकते हैं। इस तरह, निवेशकों को बाजार में विविध अवसर और स्थिर रिटर्न दोनों मिल सकते हैं।

लखनऊ में अब बिल्ली पालने के लिए लाइसेंस अनिवार्य, ना होने पर लगेगा ₹1000 का जुर्माना

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पालतू जानवरों को लेकर एक नया नियम लागू किया गया है। अब अगर कोई व्यक्ति बिल्ली पालना चाहता है, तो उसे नगर निगम से लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। बिना लाइसेंस के बिल्ली पालने पर ₹1000 का जुर्माना लगाया जा सकता है। यह कदम शहर में पालतू जानवरों की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को ध्यान में रखकर उठाया गया है।

नियम और प्रक्रिया

लखनऊ नगर निगम ने बताया कि यह नियम सभी पालतू बिल्लियों पर लागू होगा। लाइसेंस लेने के लिए मालिक को पालतू बिल्ली की जानकारी, स्वास्थ्य प्रमाणपत्र और निवास प्रमाण जमा करना होगा। लाइसेंस का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पालतू जानवर सुरक्षित, स्वस्थ और शहर में अन्य लोगों के लिए खतरा न बने

जुर्माने और अनुपालन

अगर कोई नागरिक बिना लाइसेंस के बिल्ली रखता पाया जाता है, तो उसे ₹1000 का जुर्माना अदा करना होगा। अधिकारियों का कहना है कि यह जुर्माना पहली चेतावनी के तौर पर भी लगाया जा सकता है, ताकि लोग नियमों का पालन करें और पालतू जानवरों के प्रति जिम्मेदार बनें।

प्रशासन का उद्देश्य

नगर निगम के अधिकारी बताते हैं कि इस नियम का मकसद है:

  • पालतू जानवरों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करना

  • शहर में साफ-सफाई और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखना।

  • नागरिकों को पालतू जानवरों की देखभाल और जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करना।

पालतू मालिकों के लिए टिप्स

  1. बिल्ली पालने से पहले नगर निगम से लाइसेंस लेना आवश्यक है।

  2. पालतू जानवर की टीकाकरण और स्वास्थ्य प्रमाणपत्र रखना अनिवार्य है।

  3. पालतू बिल्ली के लिए साफ-सुथरा और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करें।

  4. अन्य नागरिकों की सुरक्षा और शांति का ध्यान रखें।

लखनऊ में यह नया नियम पालतू जानवरों की सुरक्षा और नागरिकों की सुविधा दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। अब पालतू बिल्ली रखने वाले सभी लोगों को लाइसेंस प्रक्रिया पूरी करनी होगी, ताकि जुर्माना और कानूनी परेशानियों से बचा जा सके।

यह कदम न केवल पालतू जानवरों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, बल्कि शहर में सुरक्षा और साफ-सफाई बनाए रखने में भी मदद करेगा।

भारत का पहला सेल्फ-ड्राइविंग ऑटोनॉमस इलेक्ट्रिक ऑटो-रिक्शा लॉन्च, कीमत जानकर चौंक जाएंगे

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में एक नया और रोमांचक बदलाव आया है। ओमेगा सिकी मोबिलिटी  ने देश का पहला सेल्फ-ड्राइविंग ऑटोनॉमस इलेक्ट्रिक ऑटो-रिक्शा, स्वयंगत , लॉन्च किया है। यह ऑटो-रिक्शा AI और ऑटोनॉमस टेक्नोलॉजी से लैस है और इसे स्मार्ट सिटी, औद्योगिक हब, एयरपोर्ट, मॉल और गेटेड कम्युनिटी में संचालन के लिए तैयार किया गया है।

Swayamgati की प्रमुख विशेषताएँ

  1. दो वेरिएंट्स

    • पैसेंजर वेरिएंट: ₹4 लाख (एक्स-शोरूम)

    • कार्गो वेरिएंट: ₹4.15 लाख (एक्स-शोरूम)

  2. बैटरी और रेंज

    • 10.3 kWh की बैटरी से 120 किमी की रेंज।

  3. ऑटोनॉमस टेक्नोलॉजी

    • LiDAR, GPS और AI-आधारित मल्टी-सेंसर नेविगेशन सिस्टम।

    • 6 मीटर तक की ऑब्स्टेकल डिटेक्शन क्षमता।

  4. सुरक्षा और कंट्रोल

    • रिमोट कंट्रोल और ऑब्स्टेकल अवॉइडेंस सिस्टम।

    • पैसेंजर और कार्गो दोनों वेरिएंट में AI सुरक्षा फीचर्स।

  5. लॉन्च और बुकिंग

    • पैसेंजर वेरिएंट की बुकिंग शुरू हो चुकी है और डिलीवरी जल्द शुरू होगी।

उपयोग के संभावित क्षेत्र

  • स्मार्ट सिटी और गेटेड कम्युनिटी: कर्मचारियों और निवासियों के परिवहन के लिए।

  • एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशनों पर शटल सेवाएँ: यात्रियों को सुरक्षित और तेज़ परिवहन।

  • औद्योगिक हब और फैक्ट्री कैंपस: मालवाहन और छोटे सामान के परिवहन के लिए।

  • शॉपिंग मॉल और रिटेल पार्क्स: पैसेंजर और कार्गो दोनों कार्यों में उपयोग।

कीमत और तुलना

Swayamgati की कीमत भारतीय EV मार्केट के हिसाब से किफायती मानी जा रही है। पैसेंजर वेरिएंट ₹4 लाख में उपलब्ध है, जबकि कार्गो वेरिएंट ₹4.15 लाख में। इसकी तुलना अन्य ओमेगा सिकी EV मॉडल्स से की जाए तो यह छोटा, स्मार्ट और ऑटोनॉमस समाधान पेश करता है।

मॉडल कीमत (₹) रेंज बैटरी विशेषताएँ
Swayamgati पैसेंजर 4,00,000 120 किमी 10.3 kWh ऑटोनॉमस, AI-सक्षम
Swayamgati कार्गो 4,15,000 120 किमी 10.3 kWh ऑटोनॉमस, AI-सक्षम
Omega Seiki NRG 3,55,000 300 किमी 15 kWh लंबी रेंज, पारंपरिक EV
Omega Seiki Stream 3,72,000 100 किमी 8.5 kWh पारंपरिक EV

भविष्य की दिशा

ओमेगा सिकी मोबिलिटी ने अगले 24 महीनों में 1,500 Swayamgati वाहनों का उत्पादन करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी का मानना है कि ऑटोनॉमस संचालन से यातायात सुरक्षा, लागत में कमी और दक्षता दोनों में सुधार होगा।

Swayamgati भारत में AI और ऑटोनॉमस टेक्नोलॉजी के साथ पहला सेल्फ-ड्राइविंग ऑटो-रिक्शा है। स्मार्ट सिटी और औद्योगिक क्षेत्रों में इसका उपयोग परिवहन को सुरक्षित, तेज़ और प्रभावी बनाएगा। इसकी कीमत और टेक्नोलॉजी इसे छोटे व्यवसायों और शहरों के लिए आदर्श बनाती है।

अक्टूबर 2025 आर्थिक राशिफल: इन राशियों के लिए पैसों से भर जाएगी झोली

अक्टूबर 2025 का महीना आर्थिक दृष्टि से कई राशियों के लिए बेहद सकारात्मक और लाभदायक रहने वाला है। इस महीने ग्रहों की चाल और शुभ योगों का असर आपके धन, निवेश और आमदनी पर दिखाई देगा। आइए जानते हैं किस राशि के लिए यह महीना किस तरह के वित्तीय लाभ और अवसर लेकर आने वाला है।


मेष (Aries)

मेष राशि वालों के लिए अक्टूबर 2025 में नए आय स्रोत और निवेश के मौके खुलेंगे। पुराने ऋण निपटाने में आसानी होगी और परिवार से आर्थिक सहयोग मिलने की संभावना है।

वृषभ (Taurus)

वृषभ राशि के जातकों के लिए यह समय व्यापार और करियर में प्रगति लाएगा। अचानक धन लाभ के योग बन रहे हैं। जोखिम भरे निवेश से बचें, लेकिन सुरक्षित विकल्पों में लाभ निश्चित है।

मिथुन (Gemini)

मिथुन राशि वालों को आर्थिक लेन-देन में सफलता मिलेगी। साझेदारी या व्यवसाय में लाभ की संभावना है। अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें, अनावश्यक खर्च से बचें।

कर्क (Cancer)

कर्क राशि के जातकों के लिए यह महीना पुराने निवेशों से लाभ और नए मौके लेकर आएगा। कुछ लोग संपत्ति या भूमि संबंधी मामलों में लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

सिंह (Leo)

सिंह राशि वालों के लिए अक्टूबर में वित्तीय सुरक्षा और बढ़ोतरी होगी। अचानक कोई आर्थिक लाभ या बोनस मिलने की संभावना है।

कन्या (Virgo)

कन्या राशि के जातक निवेश या व्यापार में सुनियोजित निर्णय लें। कुछ लोगों को अतीत के बकाया राशि की वापसी से लाभ होगा।

तुला (Libra)

तुला राशि वालों के लिए आर्थिक दृष्टि से यह समय मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। अनावश्यक खर्च से बचें और बजट को ध्यान में रखें।

वृश्चिक (Scorpio)

वृश्चिक राशि के जातकों को इस महीने निवेश और व्यवसाय में लाभ मिलेगा। परिवार से आर्थिक सहयोग मिलने की संभावना है।

धनु (Sagittarius)

धनु राशि वालों के लिए अक्टूबर का महीना अचानक धन लाभ और नए अवसर लाएगा। पुराने लेन-देन पूरे हो सकते हैं।

मकर (Capricorn)

मकर राशि के जातक अपने व्यापार और करियर में आर्थिक सुधार महसूस करेंगे। निवेश के लिए यह समय अनुकूल है।

कुम्भ (Aquarius)

कुम्भ राशि वालों को आर्थिक दृष्टि से स्थिरता और वृद्धि का अनुभव होगा। बड़े निवेश से बचें और छोटे, सुरक्षित विकल्प अपनाएं।

मीन (Pisces)

मीन राशि वालों के लिए अक्टूबर में लाभ और वित्तीय सुरक्षा के योग बन रहे हैं। परिवार और मित्रों से आर्थिक सहयोग मिल सकता है।

अक्टूबर 2025 का महीना ज्यादातर राशियों के लिए सकारात्मक और लाभदायक रहेगा। नए अवसर, निवेश और अचानक धन लाभ के योग बन रहे हैं। हालांकि खर्चों और निवेश में सतर्कता जरूरी है।

शादी के 6 महीने बाद महिला ने खुद को लगाई आग, दर्दनाक मौत

 

झारखंड के जमशेदपुर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। शादी के मात्र छह महीने बाद, स्नेहा कुमारी नाम की महिला ने अपने घर में खुद को आग लगा ली। आग इतनी भयंकर थी कि महिला की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना ने इलाके में शोक और दहशत फैला दी है।

घटना का विवरण

जानकारी के मुताबिक, महिला अपने घर में अकेली थी जब उसने यह कदम उठाया। पड़ोसियों और परिवार वालों ने तुरंत आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। महिला की जलकर मौत ने पूरे इलाके को झकझोर दिया।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह आत्महत्या पर्सनल और घरेलू तनाव के चलते हुई हो सकती है।

परिवार और पड़ोसियों की प्रतिक्रिया

परिवार और पड़ोसी घटना को लेकर स्तब्ध हैं। शादी के केवल छह महीने बाद हुई यह घटना हर किसी के लिए सन्नी और दुखद है। महिला के परिवार का कहना है कि वह सामान्य और खुशमिजाज लड़की थी, लेकिन कुछ घरेलू कारणों ने उसे इस कदम के लिए मजबूर किया।

पुलिस ने परिवार से विस्तृत पूछताछ शुरू कर दी है ताकि घटना की पूरी वजह का पता लगाया जा सके।

पुलिस की कार्रवाई

जमशेदपुर पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास के लोगों से पूछताछ की। अधिकारी कह रहे हैं कि घरेलू तनाव, मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने कहा कि आत्महत्या के पीछे कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच जारी है और सभी पहलुओं की समीक्षा की जा रही है।

समाज और चेतावनी

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह घटना मानसिक स्वास्थ्य और घरेलू तनाव के महत्व को उजागर करती है। समाज और परिवार को चाहिए कि वे तनाव और दबाव में फंसे लोगों की मदद करें और समय रहते उन्हें सही मार्गदर्शन दें।

इस घटना से यह संदेश भी मिलता है कि किसी भी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक स्थिति को गंभीरता से लेना कितना जरूरी है।

जमशेदपुर की यह घटना दर्शाती है कि घरेलू और व्यक्तिगत तनाव कभी-कभी जानलेवा रूप ले सकता है। शादी के केवल छह महीने बाद स्नेहा कुमारी की मौत ने यह दिखा दिया कि मानसिक स्वास्थ्य और परिवारिक समर्थन की कितनी आवश्यकता है।
पुलिस जांच में जुटी है और उम्मीद है कि घटना के कारणों का पूरा पता चलने पर उचित कदम उठाए जाएंगे।

तंत्र सिद्धि के लिए युवक की घर में हत्या, गला काटकर बलि

झारखंड के जमशेदपुर में एक सनसनीखेज और दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक 20 साल के युवक को तंत्र विद्या की सिद्धि के लिए बलि के तौर पर मारा गया। मृतक युवक को उसके ही घर बुलाया गया और फिर गला काटकर उसकी हत्या कर दी गई। घटना ने इलाके में भय और दहशत फैला दी है।

घटना का विवरण

जानकारी के मुताबिक, मृतक युवक को कथित तंत्र साधक ने अपने घर बुलाया। युवक को भरोसा दिलाकर बुलाया गया और उसके बाद क्रूरता से गला काटकर उसकी हत्या कर दी गई। घटना के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच में यह पता चला कि हत्या का मुख्य कारण तंत्र साधना और सिद्धि प्राप्त करना था।

इलाके में दहशत और प्रतिक्रिया

यह घटना इलाके में लोगों के लिए एक चेतावनी के समान है। स्थानीय लोग हैरान हैं कि किस तरह एक सामान्य युवक को अंधविश्वास और तंत्र साधना के नाम पर क्रूरता का शिकार बनाया गया।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि तंत्र या किसी भी प्रकार की कृत्य-धर्म के नाम पर किसी भी व्यक्ति को नुकसान पहुंचाना गंभीर अपराध है और दोषियों को किसी भी हालात में बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस की कार्रवाई

जमशेदपुर पुलिस ने घटना स्थल से सबूत जुटाना शुरू कर दिया है। मृतक के फोन, संदिग्ध लोगों के बयान और आसपास के लोगों से पूछताछ जारी है। अधिकारी स्पष्ट कर चुके हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाएगा। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि किसी भी अंधविश्वास या तंत्र साधना के झांसे में न आएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।

समाज और चेतावनी

विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे मामले केवल अपराध नहीं, बल्कि अंधविश्वास और सामाजिक जागरूकता की कमी का संकेत हैं। परिवार और समाज को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि युवा लोग इस तरह के गलत साधनों में न फंसे।

यह घटना न सिर्फ युवक के परिवार के लिए दुखद है, बल्कि पूरे समाज के लिए सावधान रहने की चेतावनी भी देती है।

जमशेदपुर की यह घटना दर्शाती है कि अंधविश्वास और तंत्र साधना के नाम पर हिंसा कितनी जानलेवा साबित हो सकती है। पुलिस जांच में जुटी है और उम्मीद है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाएगा।

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