अंता (बारां): राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर अंता विधानसभा क्षेत्र सुर्खियों में है। आगामी 11 नवंबर 2025 को होने वाले उपचुनाव के लिए पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया। नामांकन के बाद आयोजित आमसभा में कांग्रेस के दिग्गज नेता शामिल हुए और कार्यकर्ताओं में जोश देखने को मिला।
नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए प्रमोद जैन भाया ने कहा:
“यह चुनाव मैं नहीं लड़ रहा हूं, यह चुनाव मेरे कार्यकर्ता और अंता क्षेत्र की जनता लड़ रही है। यदि आशीर्वाद रहा, तो भारी मतों से विजय जरूर मिलेगी।”
उन्होंने कहा कि अंता क्षेत्र के विकास के लिए वह हमेशा समर्पित रहे हैं और आगे भी सेवा कार्य में जुटे रहेंगे।
कृषि उपज मंडी में हुई आमसभा, कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी
नामांकन के बाद अंता की कृषि उपज मंडी में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया, जिसमें कांग्रेस के प्रमुख नेता शामिल हुए:
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पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट
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कांग्रेस जिला अध्यक्ष
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जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया
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यश जैन
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पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल
सभा स्थल पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। पंडाल में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और आम नागरिक उपस्थित रहे, जिन्होंने जोरदार नारेबाजी और समर्थन के साथ उम्मीदवार का स्वागत किया।
कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह और समर्थन
सभा के दौरान कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने लायक था। “भाया फिर से लाओ”, “जनता का सेवक भाया”, जैसे नारों से पूरा माहौल गूंज उठा। कांग्रेस के स्थानीय और प्रदेश स्तरीय नेताओं ने एकजुटता दिखाई और अंता से जीत सुनिश्चित करने की बात कही।
उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने कसी कमर
अंता उपचुनाव को कांग्रेस पार्टी ने पूरी गंभीरता से लिया है। नामांकन से लेकर सभा तक कांग्रेस नेतृत्व ने ज़मीनी स्तर पर मजबूती दिखाई। सचिन पायलट ने मंच से कहा कि:
“प्रमोद जैन भाया एक जनसेवक हैं, जिन्होंने हमेशा जनता के लिए काम किया है। अंता की जनता इस बार रिकॉर्ड मतों से उन्हें विजयी बनाएगी।”
अंता उपचुनाव 2025 में कांग्रेस ने प्रमोद जैन भाया पर भरोसा जताया है। उनके पिछले कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों और जनता के बीच मजबूत पकड़ को देखते हुए पार्टी को भरोसा है कि इस बार भी उन्हें बड़ी जीत मिलेगी। कार्यकर्ताओं का जोश और आमसभा में उमड़ी भीड़ इस बात की गवाही दे रही है कि भाया की पकड़ अभी भी अंता की जनता में मजबूत बनी हुई है।
संवाददाता..घनश्याम दाधिच
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विराटनगर (जयपुर):
विराटनगर विधानसभा क्षेत्र के छोटे से गांव भौनावास के वीर पुत्र अग्निवीर भीम सिंह शेखावत को मंगलवार को हजारों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। उत्तराखंड के हर्षिल घाटी आर्मी कैंप के पास 5 अगस्त 2025 को बादल फटने और भू-स्खलन जैसी प्राकृतिक आपदा के दौरान शहीद हुए भीम सिंह का पार्थिव शरीर उनके गांव लाया गया, जहां उन्हें सेना द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद के पार्थिव शरीर को प्रागपुरा थाना क्षेत्र से एक विशाल तिरंगा रैली के रूप में उनके गांव लाया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने उनकी अंतिम यात्रा पर पुष्पवर्षा करते हुए “भारत माता की जय” और “शहीद अमर रहें” के नारों से आकाश गूंजा दिया। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए क्षेत्रभर से हजारों लोग पहुंचे।
वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों ने जताया सम्मान
इस अवसर पर कौशल नियोजन एवं उद्यमिता मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सांसद जयपुर ग्रामीण राव राजेन्द्र सिंह, कोटपूतली विधायक हंसराज पटेल, और बानसूर विधायक देवी सिंह शेखावत सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। साथ ही, जिला कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी, एसपी देवेंद्र बिश्नोई, पावटा एसडीएम साधना शर्मा, और सैनिक कल्याण अधिकारी ऋषिदेव यादव सहित प्रशासन और सेना के अधिकारी भी मौजूद रहे।
कर्नल राठौड़ ने कहा: ‘भीम सिंह बने आने वाली पीढ़ियों के प्रेरणा स्रोत’
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा:
“भीम सिंह ने जिस वीरता और साहस से अपने कर्तव्य का पालन किया, वह हम सभी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने वर्दी की शान को बढ़ाया है और उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।”
उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि सरकार और भारतीय सेना शहीद के परिवार के साथ हर कदम पर खड़ी है।
पहली पोस्टिंग में ही निभाया बलिदान
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ऋषिदेव यादव के अनुसार, भीम सिंह ने करीब 9 महीने पहले भारतीय सेना की 14 राजपूताना राइफल्स में बतौर अग्निवीर भर्ती होकर अपनी सेवा शुरू की थी। यह उनकी पहली पोस्टिंग थी, और उन्होंने देश के लिए अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया।
अग्निवीर भीम सिंह शेखावत की शहादत ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि देशभक्ति उम्र की मोहताज नहीं होती। पहली पोस्टिंग में ही उन्होंने जो कर्तव्यनिष्ठा और वीरता दिखाई, वह देशवासियों के लिए प्रेरणादायक है। उनके गांव भौनावास से लेकर पूरे विराटनगर और जयपुर जिले तक, लोग उनके बलिदान को नमन कर रहे हैं। राज्य और केंद्र सरकार को चाहिए कि उनके परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान कर उनके बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि दें।
संवाददाता…मामराज मीणा
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कानोड़ (राजस्थान):
भारतीय जनता पार्टी के विधायक उदयलाल डांगी मंगलवार को कानोड़ नगर पालिका क्षेत्र में एक भाजपा कार्यकर्ता के शोकाकुल परिवार से मिलने पहुंचे। ब्रह्मपुरी इलाके में शोक संवेदना प्रकट करते समय उन्होंने न केवल कार्यकर्ता परिवार के प्रति सहानुभूति व्यक्त की, बल्कि क्षेत्र की समस्याओं पर भी गंभीरता से ध्यान दिया।
ब्रह्मपुरी पहुंचने पर विधायक डांगी की मुलाकात वार्ड पार्षद और पूर्व नेता प्रतिपक्ष दीपक शर्मा से हुई। विधायक डांगी ने आत्मीयता दिखाते हुए शर्मा को गले लगाया और उनके साथ उनके वार्ड की समस्याओं पर चर्चा की। दीपक शर्मा ने बताया कि कांग्रेस शासनकाल में उपेक्षा नीति के कारण उनके वार्ड में सड़क का निर्माण नहीं हो पाया, जिससे बरसात में पानी लोगों के घरों तक भर जाता है।
विधायक ने खुद किया वार्ड का निरीक्षण
विधायक डांगी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए दीपक शर्मा के साथ खुद वार्ड का दौरा किया। मोहल्ले की हालत देखकर उन्होंने तुरंत सड़क निर्माण का आश्वासन दिया। इस पहल को देखकर मोहल्ले के लोग अपने-अपने घरों से बाहर आए और विधायक का स्वागत किया।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्हें वर्षों से सड़क की समस्या से जूझना पड़ रहा है, लेकिन अब उम्मीद है कि जल्द ही समाधान होगा।
पूर्व में दी जा चुकी है ज्ञापन की प्रति
वार्ड पार्षद दीपक शर्मा ने पूर्व में इस मुद्दे को लेकर कलेक्टर, एसडीएम और स्वयं विधायक को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन अब विधायक द्वारा क्षेत्र का भौतिक निरीक्षण और तुरंत कार्रवाई का भरोसा लोगों के लिए राहतभरी खबर है।
विधायक के साथ मौजूद रहे भाजपा कार्यकर्ता
इस मौके पर विधायक डांगी के साथ भाजपा मंडल अध्यक्ष हेरेन्द्र सिंह राव, हितेष सुथार, रणजीत सिंह, हिम्मत सिंह, भक्त प्रहार, बाबूलाल सहित कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने वार्ड का निरीक्षण किया और लोगों की समस्याएं सुनीं।
स्थानीय विकास की दिशा में सकारात्मक कदम
विधायक डांगी का यह दौरा न केवल संवेदना प्रकट करने का एक मानवीय पहलू था, बल्कि उन्होंने क्षेत्र की वास्तविक समस्याओं पर भी कार्य करने का संकल्प दिखाया। स्थानीय लोगों ने विधायक की कार्यशैली की प्रशंसा की और आशा जताई कि अब उनके वार्ड में भी विकास की रोशनी पहुंचेगी।
विधायक उदयलाल डांगी का कानोड़ दौरा न केवल एक भाजपा कार्यकर्ता के प्रति सहानुभूति प्रकट करने तक सीमित रहा, बल्कि उन्होंने क्षेत्र की वास्तविक समस्याओं को समझते हुए तत्परता से समाधान की दिशा में कदम उठाया। पार्षद दीपक शर्मा द्वारा उठाए गए सड़क निर्माण के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए विधायक ने स्वयं वार्ड का निरीक्षण कर तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया। यह पहल स्थानीय लोगों के लिए राहत भरी है और यह दिखाता है कि जनप्रतिनिधि यदि इच्छाशक्ति रखें, तो जमीनी स्तर की समस्याओं का समाधान संभव है।
संवाददाता अभिषेक
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कोटा (राजस्थान):
सांगोद विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को एक विशेष कार्यक्रम के तहत “सुपोषित मां अभियान” के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को पोषण किट वितरित किए गए। यह अभियान ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के नेतृत्व में तथा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की प्रेरणा से संचालित किया जा रहा है। अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को संतुलित एवं पौष्टिक आहार प्रदान कर उनके स्वास्थ्य में सुधार लाना है।
दीगोद भाजपा मंडल अध्यक्ष बंटी खंडेलवाल ने जानकारी दी कि मंगलवार को दीगोद, मूंडला, डूंगरज्या, निमोदा, कोट्सुआ, अमरपुरा, और सारोला ग्राम पंचायतों में कुल 250 पोषण किट का वितरण किया गया। इस अभियान के तहत सांगोद विधानसभा क्षेत्र की पंजीकृत 1500 गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से पोषण किट दी जा रही हैं।
पोषण किट में शामिल हैं यह सामग्री
हर माह दी जाने वाली पोषण किट में स्थानीय और पोषणयुक्त सामग्री शामिल की गई है ताकि गर्भवती महिलाओं को संपूर्ण आहार प्राप्त हो सके। किट में निम्नलिखित सामग्री दी जा रही है:
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गेहूं, मक्का और बाजरे का आटा
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मल्टीग्रेन दलिया
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चावल
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सोया बड़ी
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मूंग छिलका
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उड़द दाल, चना दाल, मूंग दाल मोगर
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मूंगफली दाना और भुना चना
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मूंग के लड्डू
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मूंगफली तेल
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आंवला कैंडी
यह पोषण किट 10 महीने तक हर महीने दी जा रही है ताकि गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भस्थ शिशु का संपूर्ण पोषण सुनिश्चित किया जा सके।
समाज के विभिन्न प्रतिनिधियों की भागीदारी
कार्यक्रम में क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
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जिला उपाध्यक्ष मनीष शर्मा
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प्रधान प्रतिनिधि राकेश सनाढ्य
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जिला परिषद सदस्य राजनीता मेघवाल
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सरपंच कपिल मीणा
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मंडल उपाध्यक्ष सुनिल नागर
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सोशल मीडिया प्रमुख प्रदीप मेघवंशी
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विधायक प्रतिनिधि नन्दलाल सुमन
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पंचायत समिति सदस्य जगदीश प्रसाद मेघवाल
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विशाल गोचर, मुकुट गुर्जर, नरेश नरुका, हरीश मीना, चंद्रप्रकाश मोदी, और कई अन्य कार्यकर्ता भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
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सामुदायिक सहभागिता से बन रहा बदलाव
इस अभियान की सफलता का मुख्य कारण है – स्थानीय नेतृत्व और सामुदायिक सहभागिता। यह पहल ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करने, कुपोषण को समाप्त करने और स्वस्थ प्रसव की ओर एक सकारात्मक कदम है।
सुपोषित मां अभियान के माध्यम से सरकार और स्थानीय प्रशासन यह संदेश देना चाहती है कि महिला और बाल स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जा रही है। आने वाले समय में अधिक ग्राम पंचायतों को इस अभियान से जोड़ा जाएगा।
- “सुपोषित मां अभियान” सांगोद क्षेत्र की एक सराहनीय पहल है, जो गर्भवती महिलाओं को न केवल पोषण बल्कि एक स्वस्थ जीवन की दिशा में प्रोत्साहित करती है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के मार्गदर्शन में यह अभियान अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक मॉडल उदाहरण बन सकता है।
राजस्थान के जयपुर जिले के शाहपुरा तहसील के नयाबास गांव निवासी राहुल घोसलिया, जो कजाकिस्तान की करागन्दा यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहे हैं, बीते 7 दिनों से ब्रेन हैमरेज के कारण गंभीर स्थिति में वेंटिलेटर पर भर्ती हैं। 8 अक्टूबर को उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ था और तब से उनकी तबीयत नाजुक बनी हुई है।
कांग्रेस नेता ने राष्ट्रपति भवन और पीएमओ में लगाई मदद की गुहार
राजस्थान के कांग्रेस नेता और पूर्व राजस्थान बीज निगम निदेशक चर्मेश शर्मा ने मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचकर राहुल की गंभीर स्थिति के बारे में ज्ञापन सौंपा। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तत्काल कजाकिस्तान से राहुल को एयर एम्बुलेंस के माध्यम से भारत लाने की मांग की है, ताकि उन्हें यहां एम्स में बेहतर उपचार मिल सके।
विदेश मंत्रालय से भी की गई सहायता की अपील
चर्मेश शर्मा ने साउथ ब्लॉक में स्थित विदेश मंत्रालय में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिश्री से भी मदद की अपील की। राहुल के परिवार ने स्थानीय महिला कांग्रेस नेता रेखा कलोसिया के माध्यम से भी सहायता मांगी थी, जिसके बाद यह मामला सामने आया।
राहुल के परिजनों की चिंता और अपील
राहुल के पिता बंशीधर घोसलिया, जो भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं, स्वयं भी पक्षाघात से जूझ रहे हैं। राहुल सात बहनों में इकलौता भाई है और परिवार उसकी जल्दी से जल्दी स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहा है। परिवार का कहना है कि कजाकिस्तान में उसे उचित चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं और इसलिए भारत लाकर एम्स में इलाज आवश्यक है।
कजाकिस्तान से भारत लाने की मांग क्यों जरूरी?
राहुल की गंभीर स्थिति को देखते हुए यह माना जा रहा है कि कजाकिस्तान में मौजूद मेडिकल सुविधाएं उनकी मदद के लिए पर्याप्त नहीं हैं। भारत में बेहतर उपचार उपलब्ध होने के कारण एयर एम्बुलेंस से तत्काल एयरलिफ्ट कर उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराना जरूरी है। इससे राहुल के जीवन की रक्षा की संभावना बढ़ सकती है।
राजस्थान सहित पूरे देश के लोग राहुल के स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। इस समय पर कजाकिस्तान से भारत लाने की त्वरित कार्रवाई ही उनके जीवन को बचाने में मदद कर सकती है। राजनीतिक नेताओं और सरकार से अपील की जा रही है कि वे इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप करें।
संवाददाता रवि शर्मा
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राजस्थान के टोंक जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पतासा वाली गली में छापा मारकर एक मिठाई कारोबारी को रंगे हाथों पकड़ा गया, जो मिल्क पाउडर जैसे दिखने वाले केमिकल से मावा और मिठाइयां तैयार कर रहा था।
नकली मावा और मिठाई बनाने का खुलासा
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सत्यनारायण गुर्जर के नेतृत्व में हुई इस छापेमारी में लगभग 100 किलो मिलावटी मिठाई, 25 किलो नकली मावा और 50 किलो मिल्क पाउडर रूपी केमिकल जब्त किया गया। यह सभी पदार्थ उपभोक्ताओं को असली बताकर बेचे जा रहे थे।
कैसे तैयार हो रहा था नकली मावा?
जांच के दौरान पता चला कि मिठाई बनाने के लिए जो मावा इस्तेमाल किया जा रहा था, वह असली नहीं था। वह एक सफेद रंग के केमिकल पाउडर से तैयार किया जा रहा था, जो देखने में तो मिल्क पाउडर जैसा लगता है लेकिन इसका दूध से कोई लेना-देना नहीं। यही नकली मावा बाजार में असली समझकर इस्तेमाल हो रहा था।
सैंपल भेजे गए जांच के लिए
कार्रवाई के दौरान सभी जब्त सामग्रियों के सैंपल लिए गए और उन्हें लैब में जांच के लिए भेजा गया है। प्राथमिक जांच में सभी खाद्य पदार्थ मिलावटी पाए गए हैं, जिससे इस धंधे की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
नकली केमिकल को किया गया नष्ट
मिल्क पाउडर के नाम पर रखे गए केमिकल को जप्त कर उसे नष्ट करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है, ताकि यह दोबारा किसी के खाने में उपयोग न हो सके।
उपभोक्ताओं के लिए चेतावनी
खाद्य सुरक्षा विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे त्योहारी सीजन में मिठाई खरीदते समय विशेष सतर्कता बरतें। दुकानों पर बनी मिठाइयों की गुणवत्ता परखें और शक होने पर तुरंत विभाग को सूचित करें।
दीपावली जैसे त्योहारों के समय जब मिठाइयों की खपत तेजी से बढ़ती है, ऐसे में इस तरह के मिलावटी कारोबार लोगों की सेहत के लिए खतरा बन सकते हैं। टोंक की इस कार्रवाई ने दिखा दिया है कि मिलावटखोर अब और चालाक हो गए हैं और केमिकल्स के जरिए नकली मावा तैयार कर रहे हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं को सजग रहने की जरूरत है।
संवाददाता केशव राज सैन
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भिवाड़ी, राजस्थान |
राजस्थान के भिवाड़ी शहर के चौपानकी पथरेड़ी औद्योगिक क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक भयानक अग्निकांड ने पूरे इलाके को दहला दिया। सुबह के समय DYKAA SMART SOLUTIONS PVT. LTD. की फैक्ट्री (Plot No. SP2-875) में अचानक आग लग गई, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।
इस फैक्ट्री में लाइटर निर्माण का काम होता है, जहां ज्वलनशील पदार्थ, गैस, कच्चा माल और तैयार उत्पाद भारी मात्रा में संग्रहित थे। ऐसे में आग लगते ही लपटों ने फैक्ट्री को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया।
भयानक लपटों ने फैक्ट्री को बनाया आग का गोला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी तेज थी कि इसकी लपटें और धुएं के गुबार कई किलोमीटर दूर तक नजर आए।
वहां मौजूद कर्मचारियों ने किसी तरह जान बचाकर बाहर निकलने में सफलता पाई। शुक्र है कि घटना के समय ज़्यादातर कर्मचारी फैक्ट्री परिसर से बाहर निकलने में कामयाब रहे, जिससे कोई जनहानि की सूचना नहीं है।
दमकल विभाग की कड़ी मशक्कत
घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 6 से अधिक दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए।
फायर कर्मियों को आग पर काबू पाने में कई घंटे की मशक्कत करनी पड़ी। आग को फैलने से रोकने के लिए आसपास की फैक्ट्रियों को भी खाली कराया गया।
कच्चा माल, मशीनें और तैयार माल जलकर राख
सूत्रों के मुताबिक, इस अग्निकांड में फैक्ट्री में रखा कई लाख रुपये का कच्चा माल, महंगी मशीनें और तैयार लाइटर स्टॉक पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया है।
प्रारंभिक आकलन के अनुसार, इस हादसे में करीब 5 से 7 करोड़ रुपये तक का नुकसान हो सकता है।
पुलिस और प्रशासन मौके पर
चौपानकी थाना पुलिस और औद्योगिक क्षेत्र के अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे।
फैक्ट्री को चारों तरफ से घेरकर सुरक्षा घेरे बनाए गए हैं ताकि आग अन्य इकाइयों में न फैले।
आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट को संभावित कारण माना जा रहा है, लेकिन अधिकारिक पुष्टि जांच के बाद ही होगी।
औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस दुर्घटना ने एक बार फिर औद्योगिक क्षेत्रों की फायर सेफ्टी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह देखा जा रहा है कि कई फैक्ट्रियों में आग से निपटने के पर्याप्त संसाधन और ट्रेनिंग नहीं होती, जिससे इस प्रकार की घटनाएं ज्यादा भयावह रूप ले लेती हैं।
भिवाड़ी का यह अग्निकांड न केवल एक आर्थिक आपदा है, बल्कि यह औद्योगिक सुरक्षा की ओर ध्यान आकर्षित करता है।
DYKAA SMART SOLUTIONS की यह त्रासदी सभी औद्योगिक इकाइयों के लिए एक चेतावनी है कि समय रहते फायर सेफ्टी ऑडिट, उपकरणों की जांच और कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना कितना जरूरी है।
संवाददाता मुकेश कुमार शर्मा
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बूंदी, राजस्थान |
राजस्थान के बूंदी जिले में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (BNS) की नई धारा 107 के अंतर्गत देश की पहली ऐतिहासिक कार्रवाई को अंजाम दिया है। यह कार्रवाई सदर थाना क्षेत्र में संचालित एक होटल के खिलाफ की गई, जो कि होटल व्यवसाय की आड़ में अनैतिक देह व्यापार का केंद्र बना हुआ था।
होटल की आड़ में देह व्यापार, अवैध संपत्ति जब्त
बूंदी पुलिस ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के वेलकम होटल के संचालक बनवारी शेखर और उसकी पत्नी किरण के खिलाफ कार्रवाई की गई है। आरोप है कि दोनों लंबे समय से होटल के नाम पर वेश्यावृत्ति का धंधा चला रहे थे।
इस अवैध कारोबार से जो संपत्ति अर्जित की गई, उसे BNS की धारा 107 के तहत कुर्क कर लिया गया है।
बीएनएस (BNS) की धारा 107 क्या है?
भारतीय दंड संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita – BNS) की धारा 107 के तहत पुलिस को यह अधिकार प्राप्त होता है कि वह किसी भी अवैध गतिविधियों से अर्जित संपत्ति को जब्त कर सकती है।
यह कानून हाल ही में लागू हुआ है और बूंदी जिले में यह पहली कार्रवाई है जो इस धारा के तहत की गई।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने की कार्रवाई की सराहना
इस कार्रवाई से अपराधियों में डर का माहौल बन गया है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसे अपराधियों पर कड़ा संदेश बताते हुए जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों का सम्मान किया।
भाजपा शहर अध्यक्ष राजकुमार श्रंगी और नेता भरत शर्मा की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने
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एसपी राजेंद्र मीणा,
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एएसपी उमा शर्मा,
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सदर थाना अधिकारी रमेश आर्य,
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कोतवाल थाना अधिकारी भंवर सिंह का माल्यार्पण कर स्वागत किया और सख्त कार्रवाई के लिए आभार जताया।
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अन्य मामलों में भी सख्ती की मांग
भाजपा नेताओं ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से अपराधियों के हौसले पस्त होंगे। साथ ही उन्होंने
जैसे मामलों में भी BNS धारा 107 के तहत कार्रवाई की मांग की है।
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बूंदी जिले की यह कार्रवाई न केवल स्थानीय पुलिस की सतर्कता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दिखाती है कि नवीन कानूनी धाराओं का प्रभावी उपयोग कर कैसे अपराध पर लगाम लगाई जा सकती है।
BNS की धारा 107 के तहत की गई यह पहली कार्रवाई पूरे देश के लिए एक मॉडल केस बन सकती है।
- संवाददाता हेमराज सैनी
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लाम्बाहरिसिंह (राजस्थान):
जैसे-जैसे दीपावली का पर्व नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे पारंपरिक हस्तशिल्प और कुम्हारी कला एक बार फिर अपनी चमक बिखेरने लगी है। लाम्बाहरिसिंह नगर पालिका क्षेत्र में प्रजापति समाज के कारीगर इन दिनों मिट्टी के दीपक, मटकी, तवा और अन्य बर्तन तैयार करने में जुटे हुए हैं।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कुम्हारों ने हस्तनिर्मित दीपकों और मिट्टी के बर्तनों की बिक्री हेतु जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी हैं।
प्रजापति समाज की पहचान रही कुम्हारी कला दीपावली के दौरान अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता के कारण विशेष रूप से जीवंत हो जाती है। मिट्टी से बने दीपक न केवल पर्यावरण के अनुकूल होते हैं, बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी शुभ माने जाते हैं।
कारीगर कान्हा प्रजापत ने बताया कि इस बार भी समाज के सभी कारीगरों ने दीयों, मटकियों, कुल्हड़ों और तवों की बड़ी मात्रा में तैयारी कर रखी है, जिसे दीपावली से पहले बाजार में उतारा जाएगा।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
हिंदू धर्म में दीपावली के दिन मिट्टी के दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
इस कारण लोग आज भी मिट्टी के दीयों को प्लास्टिक या कृत्रिम रोशनी की तुलना में अधिक प्राथमिकता देते हैं। लोकल आर्ट और परंपरा को बढ़ावा देने का यह एक बेहतरीन अवसर बन चुका है।
स्थानीय बाजारों में लोकल को बढ़ावा
लाम्बाहरिसिंह क्षेत्र में इस वर्ष स्थानीय बाजारों में ‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत लोगों को स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए दीपक और बर्तन खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे एक ओर जहां परंपरा का संरक्षण हो रहा है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय रोजगार को भी मजबूती मिल रही है।
कारीगरों के अनुसार, वे न केवल परंपरागत डिज़ाइनों पर काम कर रहे हैं, बल्कि नई डिज़ाइनों और आकारों के साथ भी प्रयोग कर रहे हैं ताकि युवा वर्ग की पसंद को भी ध्यान में रखा जा सके।
बाजार में बढ़ रही मांग
दीपावली से पहले ही इन मिट्टी के उत्पादों की मांग स्थानीय बाजारों, हाट-बाजारों, स्कूलों और धार्मिक संस्थानों में बढ़ रही है। व्यापारी अग्रिम ऑर्डर भी दे रहे हैं।
प्रजापति समाज के कारीगरों का कहना है कि इस बार उन्हें पिछले वर्षों की तुलना में अधिक उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है।
सरकारी सहयोग और योजनाएं भी जरूरी
हालांकि कारीगरों को उम्मीद है कि सरकार की ओर से भी कुम्हारी कला को प्रोत्साहित करने के लिए प्रशिक्षण, ऋण सहायता और विपणन सुविधाएं मिलें, ताकि यह पारंपरिक शिल्प और भी आगे बढ़ सके।
दीपावली पर मिट्टी के दीपकों और बर्तनों का उपयोग न केवल एक धार्मिक परंपरा है, बल्कि यह स्थानीय कारीगरों के जीवन और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक अहम कदम भी है। लाम्बाहरिसिंह के प्रजापति समाज द्वारा की जा रही यह तैयारी हमारी सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखने का एक बेहतरीन उदाहरण है।
संवाददाता मुकेश कुमार माली
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रायसिंहनगर, श्रीगंगानगर:
बीकानेर रियासत के यशस्वी शासक महाराजा गंगा सिंह की जयंती के अवसर पर रायसिंहनगर में एक विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन जैन धर्मशाला परिसर में किया गया, जिसमें इंदिरा ट्रस्ट ब्लड बैंक द्वारा 51 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।
महाराजा गंगा सिंह: दूरदर्शी शासक की याद
इस अवसर पर वक्ताओं ने महाराजा गंगा सिंह के दूरदर्शी नेतृत्व, विकासपरक सोच और लोकहितकारी कार्यों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्य अतिथि, श्रीगंगानगर के पूर्व जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद वर्मा ने महाराजा गंगा सिंह के जीवन व कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा:
“महाराजा गंगा सिंह की सोच ही थी, जिससे आज रेगिस्तान हरियाली में बदला। गंग नहर लाकर उन्होंने इस क्षेत्र की तक़दीर बदल दी।”
गंग नहर: महाराजा की सबसे बड़ी देन
वर्मा ने कहा कि महाराजा गंगा सिंह का सबसे क्रांतिकारी निर्णय था गंग नहर परियोजना, जिसके कारण आज श्रीगंगानगर और आस-पास के क्षेत्र कृषि में अग्रणी बन पाए हैं।
उनकी शासन शैली और योजनाओं की बदौलत बीकानेर रियासत ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई और प्रशासनिक व्यवस्था में नई ऊँचाइयाँ हासिल कीं।
रक्तदान शिविर: समाज सेवा को समर्पित आयोजन
शिविर के दौरान 51 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया, जो जरूरतमंद मरीजों के लिए जीवन रक्षक सिद्ध होगा। आयोजक वेदप्रकाश ठंडी ने बताया कि महाराजा गंगा सिंह की सेवा भावना और समाज हित के विचारों से प्रेरणा लेते हुए यह शिविर आयोजित किया गया।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में कई प्रमुख जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें शामिल हैं:
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हरविंदर सिंह – गंग नहर प्रोजेक्ट चेयरमैन
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बलबीर सिंह लूथरा – पूर्व विधायक
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मनीष कौशल – नगरपालिका अध्यक्ष
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वेदप्रकाश ठंडी – आयोजनकर्ता
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समाजसेवी, विद्यार्थी और स्थानीय नागरिकों की बड़ी संख्या
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सांस्कृतिक और प्रेरणादायक वातावरण
रक्तदान शिविर के दौरान माहौल उत्साहजनक और प्रेरणादायक रहा। वक्ताओं ने युवाओं से समाज सेवा और रक्तदान जैसे कार्यों में आगे आने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अंत में महाराजा गंगा सिंह के योगदान को नमन करते हुए 2 मिनट का मौन रखा गया।
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महाराजा गंगा सिंह की जयंती पर रायसिंहनगर में आयोजित यह रक्तदान शिविर न केवल एक सेवा कार्य था, बल्कि एक स्मृति आयोजन भी था, जो हमें अपने महान पूर्वजों के योगदान को याद रखने और उनके बताए मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
इस आयोजन से युवाओं को न केवल रक्तदान का महत्व समझ आया, बल्कि उन्हें ऐतिहासिक नेतृत्व से जुड़ने का भी अवसर मिला।
- संवाददाता नरेश गोयल
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