मध्य प्रदेश पुलिस ने इस वर्ष 10वीं पास उम्मीदवारों के लिए 7500 कांस्टेबल पदों के लिए भर्ती निकाली है।
यह भर्ती राज्य के विभिन्न जिलों में पुलिस बल को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से की जा रही है।
इस भर्ती ने खास ध्यान खींचा है क्योंकि इसमें इंजीनियर, MBA और PHD धारक भी दावेदारी कर रहे हैं।
अब तक लगभग 9 लाख आवेदन इस भर्ती के लिए प्राप्त हो चुके हैं, जो इस भर्ती की लोकप्रियता को दर्शाता है।
शैक्षणिक योग्यता: न्यूनतम 10वीं पास
आयु सीमा: उम्मीदवार की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए (शारीरिक मानदंड के अनुसार)।
दस्तावेज़: पहचान पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, और अन्य आवश्यक दस्तावेज़।
ऑनलाइन आवेदन: मध्य प्रदेश पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से किया जा सकता है।
इस भर्ती में लगभग 9 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं।
यह संख्या दर्शाती है कि हर वर्ग के उम्मीदवार इस अवसर को पाने के लिए उत्साहित हैं।
इंजीनियर, MBA, PHD और अन्य स्नातक उम्मीदवार भी शामिल हैं, जिससे प्रतियोगिता और भी कठिन हो गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि भौतिक दक्षता और लिखित परीक्षा इस भर्ती में चयन के लिए निर्णायक होगी।
मध्य प्रदेश कांस्टेबल भर्ती के लिए चयन प्रक्रिया में कई चरण शामिल हैं:
लिखित परीक्षा: सामान्य ज्ञान, रीजनिंग, गणित और भाषा पर आधारित।
भौतिक दक्षता परीक्षा: दौड़, फिजिकल टेस्ट और अन्य मानक।
साक्षात्कार/डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन: योग्य उम्मीदवारों का दस्तावेज़ सत्यापन और अंतिम चयन।
यह भर्ती युवाओं के लिए सशक्त और स्थायी रोजगार का अवसर है।
पुलिस विभाग में नौकरी मिलने से सामाजिक प्रतिष्ठा और करियर सुरक्षा मिलती है।
उच्च शिक्षा धारक भी 10वीं योग्यता के आधार पर आवेदन कर सकते हैं, जिससे यह सभी वर्गों के लिए खुला अवसर बनता है।
मध्य प्रदेश पुलिस की यह भर्ती 10वीं पास उम्मीदवारों के लिए सुनहरा अवसर लेकर आई है।
7500 पदों के लिए लगभग 9 लाख आवेदन इस भर्ती की लोकप्रियता को दर्शाते हैं।
इंजीनियर, MBA और PHD धारक भी इस भर्ती में दावेदारी कर रहे हैं।
उम्मीदवारों को शारीरिक और लिखित परीक्षा की तैयारी में ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
दिवाली केवल त्योहार नहीं, बल्कि रोशनी, संस्कृति और उत्सव का प्रतीक है। इस साल Diwali 2025 पर देशभर में देव दीपावली, दीपोत्सव और पटाखों के माध्यम से त्योहार की रौनक देखने को मिलेगी।
हर शहर की अपनी खासियत है और यह पांच शहर अपने दिवाली के जलवे और उत्सवों के लिए प्रसिद्ध हैं।
वाराणसी में देव दीपावली खास महत्व रखती है।
गंगा घाट पर दीपों की रौनक देखते ही बनती है।
हजारों दीप और घी के दीपक रात में घाट को सुनहरी चमक में बदल देते हैं।
आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम यात्रियों और श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
राजधानी जयपुर दिवाली पर पटाखों और लाइटिंग के लिए मशहूर है।
शहर के बाजार और महलों को सजावट और लाइटिंग से रोशन किया जाता है।
यहाँ की रंग-बिरंगी बाजार और पारंपरिक मिठाइयों का आनंद लेना न भूलें।
पटाखों का महोत्सव शाम के समय पूरे शहर में उत्साह और धूम लाता है।
दिल्ली में Diwali 2025 के अवसर पर दीपोत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
इंडिया गेट, कनॉट प्लेस और पुरानी दिल्ली के बाजारों में सजावट और रोशनी का शानदार नजारा मिलेगा।
बच्चों और परिवार के लिए लाइट शो और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ आयोजित की जाती हैं।
यह शहर शहरवासियों और पर्यटकों दोनों के लिए फेस्टिव स्पिरिट का केंद्र बन जाता है।
कोलकाता दिवाली पर रंग-बिरंगी लाइटिंग और मिठाई के लिए प्रसिद्ध है।
यहां के बाजार और घरों में मोमबत्तियों और इलेक्ट्रॉनिक लाइट्स से सजावट की जाती है।
पटाखों के साथ-साथ मिठाईयों का स्वाद और विशेष मेले का आनंद लिया जा सकता है।
पूरे शहर में उत्सव सांस्कृतिक और पारंपरिक अंदाज में मनाया जाता है।
मुंबई में दिवाली 2025 के अवसर पर आधुनिक रोशनी और पटाखों का अनोखा मिश्रण देखने को मिलेगा।
शहर के प्रमुख इलाके जैसे लोअर परेल और कॉलाबा में लाइट शो और इवेंट आयोजित होते हैं।
शहरवासियों के लिए यह अवसर परिवार और दोस्तों के साथ उत्सव मनाने का मौका है।
आधुनिक और पारंपरिक शैली का मेल मुंबई की दिवाली को विशेष और यादगार बनाता है।
जलवायु और समय का ध्यान: शाम की रोशनी का अनुभव करने के लिए समय से निकलें।
सुरक्षा: पटाखों और लाइटिंग के दौरान बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों का ध्यान रखें।
फोटोग्राफी: इस अवसर को यादगार बनाने के लिए कैमरा या स्मार्टफोन तैयार रखें।
सफर प्लान: पांच शहरों में घूमने के लिए पहले से ट्रैवल और आवास की योजना बनाएं।
दिवाली सिर्फ दीपों का त्योहार नहीं, बल्कि घर को रोशन और सुंदर बनाने का भी अवसर है। इस साल तकनीकी और स्मार्ट लाइटिंग गैजेट्स ने परंपरागत दीपों को टक्कर दे दी है।
आप 1000 रुपये से कम में घर को आकर्षक और फेस्टिव लुक दे सकते हैं।
LED स्ट्रिंग लाइट्स इस दिवाली का सबसे लोकप्रिय विकल्प हैं।
इन लाइट्स को आसानी से दीवार, दरवाजे और बालकनी पर सजाया जा सकता है।
बैटरी ऑपरेटेड या USB-पॉवर वाले मॉडल भी उपलब्ध हैं।
रंगीन या सिंगल कलर लाइट्स आपके घर को सजीव और उत्सवपूर्ण लुक देंगी।
LED दीये पारंपरिक मोमबत्तियों का आधुनिक विकल्प हैं।
ये सुरक्षित, सुलभ और लंबे समय तक जलने वाले होते हैं।
बैटरी से चलने वाले इन दीयों को आसानी से टेबल और रैक पर रखा जा सकता है।
आप इन्हें रिमोट कंट्रोल या टाइमर के साथ भी ऑपरेट कर सकते हैं।
प्रोजेक्शन लाइट्स घर के बाहरी हिस्सों को सजाने का नया ट्रेंड हैं।
ये दीवारों और बगीचे पर दिवाली थीम वाले डिज़ाइन प्रोजेक्ट कर सकते हैं।
कीमत 1000 रुपये से कम में उपलब्ध होने के कारण ये कम बजट में आकर्षक सजावट का विकल्प हैं।
फ्लिकरिंग, रंग बदलने वाले और मूवमेंट प्रोजेक्शन वाले मॉडल भी मिलते हैं।
मोशन सेंसर लाइट्स केवल सजावट नहीं, बल्कि सुरक्षा का भी विकल्प हैं।
ये जैसे ही किसी की मौजूदगी महसूस करें, जल जाती हैं।
बगीचे, गेट या मुख्य दरवाजे पर इनका उपयोग दिवाली की रात को रोशनी और सुरक्षा दोनों देता है।
छोटे आकार और आकर्षक डिज़ाइन इनकी विशेषता हैं।
सोलर लाइट्स पर्यावरण के अनुकूल और लागत-कुशल विकल्प हैं।
सूर्य की रोशनी से चार्ज होने वाली ये लाइट्स पूरे रात जलती रहती हैं।
बालकनी, बरामदा और बगीचे में इनका उपयोग कर घर को दिवाली स्पार्क दिया जा सकता है।
सोलर लाइट्स की कीमत 1000 रुपये से कम में आसानी से मिल जाती है।
लेयरिंग करें: स्ट्रिंग लाइट्स, दीये और प्रोजेक्शन को एक साथ मिलाकर घर को गहराई दें।
रंग संयोजन: रंगों को संतुलित रखें — अधिक चमक वाले रंग और हल्के रंगों का मिश्रण अच्छा लगता है।
सुरक्षा का ध्यान: बिजली से जुड़े सभी गैजेट्स को सुरक्षित स्थान पर रखें।
स्मार्ट कंट्रोल: टाइमर और रिमोट वाले लाइटिंग गैजेट्स से आसानी से नियंत्रण करें।
इस दिवाली 2025 पर 1000 रुपये से कम में घर को रोशन और आकर्षक बनाना अब आसान हो गया है।
LED स्ट्रिंग लाइट्स, रिचार्जेबल दीये, प्रोजेक्शन लाइट्स, मोशन सेंसर और सोलर लाइट्स सभी विकल्प उपलब्ध हैं।
स्मार्ट लाइटिंग के साथ घर को सजाना न केवल फेस्टिव लुक देता है, बल्कि सुरक्षा और ऊर्जा बचत भी सुनिश्चित करता है।
इस दिवाली अपने घर को इन स्मार्ट और बजट-फ्रेंडली लाइटिंग गैजेट्स से सजाकर परिवार और मेहमानों को इंप्रेस करें।
इस वर्ष उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्रों के दाखिले पिछले साल की तुलना में काफी बढ़ गए हैं। अब तक 1,10,000 छात्रों ने विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में प्रवेश सुनिश्चित किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ते दाखिले शिक्षा के प्रति युवाओं की बढ़ती रुचि और सरकारी/निजी संस्थानों द्वारा ऑफर किए जा रहे आकर्षक पाठ्यक्रमों का परिणाम है।
इस साल दाखिले बढ़ने के पीछे कई कारण हैं:
विविध पाठ्यक्रम विकल्प: तकनीकी, प्रबंधन, विज्ञान और कला जैसे क्षेत्रों में नए और अनोखे कोर्स छात्रों को आकर्षित कर रहे हैं।
छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता: सरकारी और निजी संस्थानों द्वारा प्रदान किए जा रहे छात्रवृत्ति कार्यक्रमों ने प्रवेश की संख्या बढ़ाई है।
ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया: डिजिटल माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया आसान होने के कारण अधिक छात्र आवेदन कर रहे हैं।
उच्च शिक्षा के प्रति जागरूकता: माता-पिता और छात्रों में उच्च शिक्षा के महत्व के प्रति समझ बढ़ी है।
इस साल प्रमुख विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में दाखिले विशेष रूप से तकनीकी और मैनेजमेंट पाठ्यक्रमों में बढ़े हैं।
ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों के छात्रों ने भी उच्च शिक्षा की ओर कदम बढ़ाया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह वृद्धि शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव और समावेशिता को दर्शाती है।
बढ़ते दाखिले केवल संख्या में वृद्धि नहीं हैं, बल्कि छात्रों के लिए कई करियर और सीखने के अवसर भी लेकर आए हैं:
इंटर्नशिप और उद्योग कनेक्शन: अधिक संस्थानों में उद्योग कनेक्शन बढ़ गए हैं, जिससे छात्रों को प्रैक्टिकल अनुभव मिलता है।
अंतरराष्ट्रीय शिक्षा और एक्सचेंज प्रोग्राम: कई संस्थानों ने विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी की है।
नवाचार और रिसर्च: छात्रों को रिसर्च प्रोजेक्ट्स और स्टार्टअप इनिशिएटिव में भाग लेने का मौका मिल रहा है।
डिजिटल माध्यम से एडमिशन प्रक्रिया ने छात्रों के लिए प्रवेश को आसान और तेज़ बना दिया है।
छात्र अब घर बैठे आवेदन कर सकते हैं, जो यात्रा और समय की बचत करता है।
ऑनलाइन काउंसलिंग और दस्तावेज़ वेरिफिकेशन प्रक्रिया ने पारदर्शिता और सुविधा बढ़ाई है।
इस वजह से दूरदराज के क्षेत्र के छात्रों ने भी उच्च शिक्षा में प्रवेश किया है।
इस वर्ष उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिले पिछले साल की तुलना में रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गए हैं।
अब तक 1,10,000 छात्रों ने प्रवेश सुनिश्चित किया है, जो शिक्षा के प्रति बढ़ती रुचि को दर्शाता है।
ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया, छात्रवृत्ति और विविध पाठ्यक्रमों ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह प्रवृत्ति न केवल छात्रों के लिए, बल्कि शिक्षा क्षेत्र और समाज के लिए सकारात्मक संकेत है।
गोरखपुर की Deen Dayal Upadhyay University (DDU) ने छात्रों के तकनीकी कौशल को बढ़ाने के लिए एक नई पहल की है। अब डीडीयू के छात्र ड्रोन तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी (Electronics Technology) में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
इस पहल का उद्देश्य छात्रों को आधुनिक तकनीकी क्षेत्र में दक्ष बनाना और उन्हें रोजगार के लिए तैयार करना है।
डीडीयू के छात्रों को अब ड्रोन संचालन और प्रोग्रामिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रशिक्षण में फ्लाइट कंट्रोल, ड्रोन सेंसर्स और डेटा कलेक्शन जैसी तकनीक शामिल है।
छात्र विभिन्न परियोजनाओं में ड्रोन का उपयोग करके सर्वेक्षण, कृषि, सुरक्षा और लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों में अपने कौशल को बढ़ा सकेंगे।
यह कार्यक्रम छात्रों को उच्च तकनीकी नौकरी और स्टार्टअप अवसर के लिए तैयार करेगा।
डीडीयू ने छात्रों को इलेक्ट्रॉनिक्स और सर्किट डिजाइनिंग में भी प्रशिक्षण देने की योजना बनाई है।
इसमें एम्बेडेड सिस्टम, माइक्रोकंट्रोलर प्रोग्रामिंग और IoT के बेसिक से एडवांस लेवल तक सिखाया जाएगा।
छात्रों को छोटे प्रोजेक्ट्स पर काम करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनका प्रैक्टिकल अनुभव बढ़ेगा।
यह पहल छात्रों को तकनीकी उद्योगों में इंटर्नशिप और रोजगार के लिए तैयार करेगी।
कौशल विकास: छात्र आधुनिक तकनीकी क्षेत्र में विशेषज्ञ बनेंगे।
रोजगार अवसर: ड्रोन और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में नौकरी की मांग लगातार बढ़ रही है।
स्टार्टअप अवसर: छात्र अपने प्रोजेक्ट और इनोवेशन के जरिए स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं।
इंडस्ट्री कनेक्शन: प्रशिक्षण के दौरान उद्योग विशेषज्ञों के साथ नेटवर्किंग का अवसर मिलेगा।
डीडीयू प्रशासन का कहना है कि इस पहल से छात्रों को प्रतियोगी माहौल में तैयार करना संभव होगा।
विश्वविद्यालय में स्पेशल लैब और ट्रेनिंग सेंटर बनाए जा रहे हैं।
छात्रों को प्रैक्टिकल अनुभव देने के लिए इंडस्ट्री पार्टनरशिप और प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर जोर दिया जाएगा।
यह कदम गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों के लिए तकनीकी शिक्षा का बड़ा अवसर साबित होगा।
ड्रोन और इलेक्ट्रॉनिक्स तकनीक में प्रशिक्षित छात्र स्मार्ट एग्रीकल्चर, डिफेंस और डिलीवरी सर्विसेस में काम कर सकते हैं।
IoT और एम्बेडेड सिस्टम के क्षेत्र में युवा इन्वेंटिव प्रोजेक्ट्स के जरिए टेक्नोलॉजी को नया आकार दे सकते हैं।
यह पहल छात्रों के कैरियर और स्थानीय उद्योगों के लिए भी लाभकारी होगी।
गोरखपुर के डीडीयू विश्वविद्यालय की यह पहल छात्रों के लिए सशक्त और भविष्य उन्मुख अवसर लेकर आई है।
ड्रोन तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षण से छात्र आधुनिक उद्योगों में अपनी योग्यता साबित कर पाएंगे।
यह कदम न केवल शिक्षा स्तर बढ़ाएगा बल्कि छात्रों को रोजगार और उद्यमशीलता की दिशा में भी प्रेरित करेगा।
बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने हाल ही में एक दिवाली समारोह में शिरकत की, जहां उनका अनारकली सूट और उनके पति के साथ प्यारा अंदाज सबकी नजरों में छा गया।
सोनाक्षी ने अपने स्टाइल और एथनिक लुक के साथ दिखाया कि फैशन केवल कपड़ों तक सीमित नहीं होता, बल्कि व्यक्तित्व और आत्मविश्वास भी अहम भूमिका निभाते हैं।
सोनाक्षी ने इस फंक्शन के लिए ब्राइट और कलरफुल अनारकली सूट चुना।
सूट में जरी वर्क और मिरर डिटेलिंग थी, जो दिवाली की रौनक में चार चांद लगा रही थी।
लाइट मेकअप और सॉफ्ट कर्ली हेयरस्टाइल उनके लुक को परफेक्ट बना रहे थे।
इस लुक के साथ सोनाक्षी ने स्टेटमेंट ज्वेलरी का चुनाव किया, जिसने उनके एथनिक आउटफिट को और खास बना दिया।
इस इवेंट में सोनाक्षी ने अपने पति का हाथ थामकर पूरे फंक्शन में सबको अपनी केमिस्ट्री दिखाई।
उनके हाव-भाव और मुस्कान ने फोटोग्राफर्स और फैंस दोनों का दिल जीत लिया।
सोशल मीडिया पर यह लव अंदाज वायरल हो गया और फैंस ने कमेंट करके दोनों की जोड़ी की तारीफ की।
यह पल इस बात का उदाहरण है कि एथनिक लुक और प्यार भरी बॉन्डिंग दोनों ही किसी फेस्टिव इवेंट में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं।
सोनाक्षी के लुक से हम कुछ फैशन टिप्स ले सकते हैं:
ब्राइट और फेस्टिव कलर्स: दिवाली जैसे त्योहार पर गोल्ड, रॉयल ब्लू, रेड और पेस्टल शेड्स ट्रेंड में रहते हैं।
लाइट मेकअप और नैचुरल हेयरस्टाइल: भारी मेकअप की बजाय हल्का और ग्लोइंग मेकअप अपनाएं।
स्टेटमेंट ज्वेलरी: सिर्फ एक या दो ज्वेलरी पीस चुनें, जिससे लुक संतुलित लगे।
लव एंगल एडिशन: अपने पार्टनर के साथ प्यारा अंदाज और बॉन्डिंग दिखाना लुक को और रोमांटिक बनाता है।
सोनाक्षी के इस दिवाली लुक की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
फैंस उनकी जोड़ी और फैशन सेंस की तारीफ कर रहे हैं।
कई फॉलोअर्स ने लिखा कि इस साल की दिवाली में अनारकली सूट पहनकर लव एंगल दिखाना नया ट्रेंड बन सकता है।
सोनाक्षी सिन्हा ने इस दिवाली फंक्शन में स्टाइल, एथनिक लुक और प्यार भरी बॉन्डिंग का परफेक्ट संगम पेश किया।
उनका अनारकली सूट और हल्का ग्लैम मेकअप हर महिला के लिए फैशन इंस्पिरेशन है।
पति संग प्यारा अंदाज और हाथ पकड़कर चलना इस फेस्टिव इवेंट का सबसे हाइलाइट मोमेंट बना।
इस दिवाली, सोनाक्षी की तरह आप भी अपने एथनिक लुक और पार्टनर संग बॉन्डिंग से सबको इंप्रेस कर सकती हैं।
दिवाली का त्योहार सिर्फ रोशनी और मिठाइयों तक सीमित नहीं है। यह समय है अपने दोस्तों और परिवार के साथ यात्रा और मनोरंजन का। अगर आप इस Diwali लॉन्ग वीकेंड में कहीं घूमने का सोच रहे हैं, तो अमृतसर एक बेहतरीन विकल्प है।
अमृतसर न केवल ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यहाँ की संस्कृति और खाना भी यात्रा को और यादगार बना देता है।
अमृतसर की सबसे प्रसिद्ध जगह है स्वर्ण मंदिर।
यह सिर्फ सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थान नहीं, बल्कि भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है।
दिवाली पर मंदिर की दीपमालिका और रोशनी देखते ही बनती है।
यहां आने वाले श्रद्धालु मंदिर में प्रभात और संध्या की आरती का अनुभव अविस्मरणीय मानते हैं।
Tip: सुबह जल्दी जाएँ, भीड़ कम रहती है और सुबह का सुकून भरा वातावरण आपको अंदर से ताजगी देगा।
जालियानवाला बाग
इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए जालियानवाला बाग एक जरूरी स्टॉप है।
यह जगह 1919 के ऐतिहासिक हत्याकांड के लिए प्रसिद्ध है।
बाग के शांत वातावरण और संग्रहालय में इतिहास की झलक देखने लायक है।
दिवाली पर भी यह स्थान शांति और संस्कृति के अनुभव के लिए आदर्श है।
हॉल मार्केड फूड स्ट्रीट और स्थानीय बाजार
अमृतसर सिर्फ देखने के लिए ही नहीं, बल्कि खाने के लिए भी प्रसिद्ध है।
कान्हा सिटी फूड स्ट्रीट और चौक बाजार में आप अमृतसरी कुल्चा, लस्सी और पारंपरिक मिठाइयों का मज़ा ले सकते हैं।
दिवाली पर यहां का माहौल रंगीन और उत्सवपूर्ण हो जाता है।
शॉपिंग के लिए भी ये जगह बेहतरीन है, आप पारंपरिक परिधान और हैंडीक्राफ्ट खरीद सकते हैं।
वाघा बॉर्डर (Wagah Border)
अमृतसर की यात्रा अधूरी मानी जाती है अगर वाघा बॉर्डर का दौरा न किया जाए।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर होने वाली फ्लैग रिट्रीवल सेरेमनी देखने का अनुभव बेहद रोमांचक होता है।
दिवाली पर बॉर्डर पर खास सजावट और कार्यक्रम देखने को मिल सकते हैं।
यह जगह आपको देशभक्ति और उत्साह से भर देती है।
. द्रमेश्वरानाथ मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल
अमृतसर में द्रमेश्वरानाथ मंदिर और अन्य छोटे धार्मिक स्थल भी हैं जो यात्रियों के लिए रोचक हैं।
यह जगह शांतिपूर्ण माहौल और आध्यात्मिक अनुभव देती है।
दिवाली पर यहां की सजावट और पूजा का माहौल आपको शहर की हलचल से अलग कर देता है।
यात्रा टिप्स
Accommodation: दिवाली के दौरान होटल जल्दी भर जाते हैं, इसलिए पहले से बुकिंग करें।
Local Transport: ऑटो और कैब सर्विसेस का इस्तेमाल करें ताकि यात्रा आरामदायक रहे।
Timing: स्वर्ण मंदिर और वाघा बॉर्डर के लिए सुबह जल्दी निकलें, भीड़ कम होती है।
Safety: सार्वजनिक स्थानों पर अपनी कीमती चीज़ों का ध्यान रखें।
इस Diwali लॉन्ग वीकेंड पर अमृतसर यात्रा का अनुभव न केवल धार्मिक और ऐतिहासिक होगा, बल्कि सांस्कृतिक और स्वादिष्ट अनुभव भी देगा।
स्वर्ण मंदिर, जालियानवाला बाग, हॉल मार्केड फूड स्ट्रीट, वाघा बॉर्डर और द्रमेश्वरानाथ मंदिर जैसी जगहें आपको हर दिन नई यादें देंगी।
अगर आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ दिवाली पर घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो अमृतसर आपका परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकता है।
दिवाली 2025 का सेल सीज़न शुरू हो चुका है, और Flipkart ने इस फेस्टिव सीजन में स्मार्टफोन खरीदने वालों के लिए खास ऑफर पेश किया है। इस बार Realme का 50MP कैमरा वाला 5G स्मार्टफोन ग्राहकों के लिए 3,500 रुपये तक सस्ता हो गया है।
स्मार्टफोन की बढ़ती डिमांड और फेस्टिव ऑफर्स के चलते यह डील टेक शॉपर्स के लिए काफी आकर्षक साबित हो सकती है। खास बात यह है कि यह ऑफर केवल सीमित अवधि के लिए है और स्टॉक भी जल्दी खत्म हो सकता है।
इस स्मार्टफोन को खरीदने से पहले इसके प्रमुख फीचर्स जानना जरूरी है:
50MP रियर कैमरा: हाई-रेस फोटो और वीडियो कैप्चरिंग के लिए
5G कनेक्टिविटी: तेज़ इंटरनेट और गेमिंग अनुभव के लिए
अच्छी बैटरी लाइफ: लंबे समय तक बिना चार्ज के इस्तेमाल
स्मूथ डिस्प्ले: HD+ या FHD+ डिस्प्ले के साथ बेहतर विजुअल्स
स्टाइलिश डिजाइन: स्लिम और लाइटवेट बॉडी
Flipkart दिवाली सेल के दौरान इस Realme स्मार्टफोन पर 3,500 रुपये का डिस्काउंट उपलब्ध है।
ऑफिशियल कीमत: ₹15,999 (मानक मूल्य)
सेल कीमत: ₹12,499 (डिस्काउंट के बाद)
यह ऑफर क्रेडिट/डेबिट कार्ड, UPI और वॉलेट पेमेंट पर अतिरिक्त कैशबैक के साथ भी उपलब्ध हो सकता है।
ऑफर केवल Flipkart ऐप और वेबसाइट पर वैध है।
अलग-अलग वेरिएंट्स और रंग के लिए कीमत अलग हो सकती है।
एक्सचेंज ऑफर भी उपलब्ध है, जिसमें आप पुराने फोन देकर कीमत में और कमी ला सकते हैं।
EMI विकल्प भी इस सेल में मौजूद हैं, जिससे महंगे फोन को आसान किस्तों में खरीदा जा सकता है।
50MP कैमरा के साथ बेहतरीन फोटोग्राफी
5G सपोर्ट के कारण तेज़ इंटरनेट
फेस्टिव ऑफर के चलते कम कीमत में हाई-क्वालिटी फोन
बैटरी और डिस्प्ले के चलते लंबी अवधि तक इस्तेमाल
Flipkart दिवाली सेल 2025 में Realme का 50MP कैमरा वाला 5G स्मार्टफोन 3,500 रुपये सस्ता होना टेक शॉपर्स के लिए सुनहरा मौका है।
लिमिटेड स्टॉक और सीमित अवधि की वजह से जल्दी निर्णय लेना जरूरी है।
यह फोन न केवल फोटोग्राफी और गेमिंग के लिए बढ़िया है, बल्कि दैनिक जरूरतों के लिए भी परफेक्ट है।
दिवाली का त्योहार सिर्फ रोशनी और मिठाइयों का नहीं, बल्कि फैशन और स्टाइल का भी उत्सव है। हर कोई चाहता है कि फेस्टिव सीजन में उसका लुक सबसे खास और यूनिक लगे। अगर आप भी सोच रही हैं कि इस बार दिवाली पर क्या पहनें, तो हम लेकर आए हैं Diwali 2025 के लेटेस्ट फैशन ट्रेंड्स, जो आपको न केवल खूबसूरत बल्कि ट्रेंडी भी बनाएंगे।
इस साल हैंडमेड और हैंडक्राफ्टेड लहंगे सबसे ज्यादा ट्रेंड में हैं।
रॉयल ब्लू, मरून, पेस्टल पिंक और ग्रीन शेड्स इस सीजन की पहली पसंद हैं।
गोल्डन या सिल्वर जरी वर्क के साथ ऑर्गेंजा या जॉर्जेट फैब्रिक का लहंगा आपको देगा एक एलीगेंट टच।
साथ ही, हल्का मेकअप और ट्रेडिशनल ज्वेलरी आपके लुक को और निखार देगी।
साड़ी का ट्रेंड कभी आउट ऑफ फैशन नहीं होता, और Diwali 2025 में भी यह फैशन चार्ट पर टॉप कर रही है।
इस बार बनारसी सिल्क, कांजीवरम और ऑर्गेंजा साड़ियों की डिमांड सबसे ज्यादा है।
युवा महिलाएं अब प्रिंटेड या डिजिटल साड़ियों को भी ट्राई कर रही हैं जो हल्की और मॉडर्न लुक देती हैं।
गोल्ड ज्वेलरी या ऑक्सीडाइज्ड नेकपीस के साथ ये साड़ियां आपके दिवाली लुक को और ग्लैमरस बनाएंगी।
जो महिलाएं पारंपरिक लुक के साथ थोड़ा मॉडर्न टच चाहती हैं, उनके लिए इंडो-वेस्टर्न ड्रेस बेस्ट ऑप्शन है।
धोती पैंट्स, केप जैकेट्स और एथनिक गाउन इस साल खूब पसंद किए जा रहे हैं।
इन आउटफिट्स के साथ मॉडर्न ज्वेलरी और हील्स पेयर करने से आप दिवाली पार्टी की स्टार बन सकती हैं।
इस साल पेस्टल कलर्स और गोल्ड टोन हर ड्रेस में छाए रहेंगे।
लाइट पिंक, मिंट ग्रीन, पीच और लैवेंडर शेड्स आपकी दिवाली शाम को परफेक्ट बनाएंगे।
वहीं, गोल्डन डिटेलिंग और सीक्विन वर्क हर ड्रेस में एलीगेंस जोड़ रहा है।
आउटफिट के साथ ज्वेलरी का सही चुनाव जरूरी है।
इस बार पोल्की, कुंदन और ऑक्सीडाइज्ड ज्वेलरी का ट्रेंड हिट है।
साथ ही, हैंडमेड क्लच और एथनिक फुटवियर आपके फेस्टिव लुक को कंप्लीट करेंगे।
पारंपरिक आउटफिट्स के साथ-साथ इस साल एथनिक गाउन और फ्लोइंग मैक्सी ड्रेसेस भी ट्रेंड में हैं।
फ्लोरल प्रिंट और मिरर वर्क वाले गाउन दिवाली की रातों को और चमकदार बना देंगे।
ये ड्रेसेस न केवल कम्फर्टेबल हैं, बल्कि डिनर पार्टी या पूजा दोनों में परफेक्ट रहती हैं।दिवाली 2025 में स्टाइल के साथ ट्रेडिशन को अपनाना ही असली फैशन मंत्रा है।
चाहे आप साड़ी पहनें, लहंगा या इंडो-वेस्टर्न आउटफिट — सही कलर, ज्वेलरी और कॉन्फिडेंस आपको बना देंगे इस सीजन की फेस्टिव क्वीन।
याद रखें, फैशन सिर्फ दिखने के लिए नहीं, बल्कि अपनी पर्सनैलिटी को खूबसूरती से एक्सप्रेस करने का जरिया है।
राजस्थान में शिक्षित बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। राज्य के रोजगार कार्यालयों में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या अब 21 लाख से अधिक पहुंच चुकी है। इनमें सबसे अधिक संख्या स्नातक और स्नातकोत्तर युवाओं की है, जो वर्षों से सरकारी नौकरियों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि सीमित भर्तियों और देरी से होने वाली परीक्षाओं के कारण युवाओं में निराशा बढ़ रही है। वहीं, कई युवा अब आंदोलन और धरनों के ज़रिए अपनी आवाज़ सरकार तक पहुंचाने में जुटे हैं।
हाल ही में राज्य में लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा (Rajasthan Librarian Exam) को लेकर युवाओं ने बड़ा प्रदर्शन किया।
अभ्यर्थियों का कहना है कि राज्य में लाइब्रेरियन के हजारों पद रिक्त हैं, लेकिन भर्ती में बहुत कम पद घोषित किए गए हैं।
युवाओं ने मांग की है कि सरकार सभी जिलों में पुस्तकालयों में रिक्त पदों की जानकारी जारी करे और पदों की संख्या बढ़ाई जाए।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वर्षों की मेहनत और तैयारी के बावजूद सीमित पदों के कारण हजारों योग्य उम्मीदवार बाहर रह जाते हैं।
राजस्थान में बेरोजगारी का स्तर बीते कुछ वर्षों में लगातार बढ़ा है।
रोजगार पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, 2025 तक करीब 21 लाख युवाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
इनमें बड़ी संख्या उन युवाओं की है जो बीए, बीएड, एमए, एमएससी जैसे उच्च शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं।
सरकारी नौकरियों की सीमित उपलब्धता के कारण अब प्राइवेट सेक्टर में भी अवसर कम हो रहे हैं।
रोजगार विशेषज्ञों का मानना है कि शिक्षा के बढ़ते स्तर के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट और वैकल्पिक करियर विकल्पों पर ध्यान देना जरूरी है।
प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने कहा —
“हमने उच्च शिक्षा हासिल की है, लेकिन नौकरी के अवसर नहीं हैं। सरकार को शिक्षा और रोजगार के बीच संतुलन बनाना चाहिए।”
कई युवाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से भी अपनी बात रखी और #Rajasthan_Librarian_Demand जैसे हैशटैग ट्रेंड कराने शुरू किए।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि आगामी महीनों में विभिन्न विभागों में नई भर्तियाँ प्रस्तावित हैं।
शिक्षा विभाग और पुस्तकालय विभाग में रिक्त पदों की समीक्षा की जा रही है।
सरकार का दावा है कि युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना उसकी प्राथमिकता में शामिल है।
हालांकि, बेरोजगार संगठनों का कहना है कि केवल घोषणाओं से काम नहीं चलेगा, बल्कि व्यावहारिक कदम उठाने की जरूरत है।
विशेषज्ञों का मानना है कि राजस्थान जैसे बड़े राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए नई इंडस्ट्री, डिजिटल स्किल ट्रेनिंग और पुस्तकालय सेवाओं के आधुनिकीकरण पर ध्यान देना चाहिए।
लाइब्रेरियन पदों को बढ़ाना न केवल शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार भी देगा।
साथ ही, ई-लाइब्रेरी और डिजिटल बुक प्लेटफॉर्म्स के लिए प्रशिक्षित युवाओं को जोड़ा जा सकता है।
राजस्थान में बढ़ती शिक्षित बेरोजगारी राज्य के विकास के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है।
युवाओं की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए और लाइब्रेरियन समेत अन्य सरकारी पदों में रिक्तियों को बढ़ाया जाए।
दिवाली के इस सीजन में जब पूरा देश उम्मीद की रोशनी जला रहा है, तब राजस्थान के बेरोजगार युवा भी उम्मीद कर रहे हैं कि उनके भविष्य में भी रोजगार की एक नई किरण जरूर चमकेगी।