भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी ईमेल आईडी बदलते हुए अब स्वदेशी Zoho Mail का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर इसकी जानकारी साझा की। यह कदम न सिर्फ डिजिटल आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि डेटा सुरक्षा और लोकल टेक कंपनियों के लिए भी एक बड़ा संदेश है।
क्यों चुना Zoho Mail?
Zoho Mail एक भारतीय कंपनी Zoho Corporation का प्रोडक्ट है, जो अपनी प्राइवेसी और एड-फ्री मेल सर्विस के लिए जानी जाती है। Zoho का दावा है कि वह यूजर डेटा को किसी भी तरह से बेचती या शेयर नहीं करती, जो इसे अन्य ईमेल सर्विस से अलग बनाता है।
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एड-फ्री और सिक्योर प्लेटफॉर्म
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भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित
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कॉर्पोरेट और गवर्नमेंट फ्रेंडली
Zoho फाउंडर का दिलचस्प जवाब
फाउंडर श्रीधर वेम्बू ने अमित शाह के पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए खुशी जताई और कहा कि यह भारतीय टेक कंपनियों के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया।
डिजिटल सुरक्षा का संदेश
अमित शाह का यह कदम खासकर इसलिए भी अहम है क्योंकि आज के दौर में साइबर सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। सरकार का उद्देश्य है कि संवेदनशील डेटा भारत में ही सुरक्षित रहे। Zoho जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने से विदेशी सर्वरों पर निर्भरता कम होगी और डेटा सुरक्षा मजबूत होगी।
Zoho Mail की खासियतें
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50GB तक स्टोरेज
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मल्टी-लेयर सिक्योरिटी
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मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों के लिए सपोर्ट
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आसान इंटरफेस
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बिजनेस और सरकारी संस्थाओं के लिए उपयुक्त
क्या बदलेगा इसके बाद?
गृहमंत्री अमित शाह जैसे बड़े नेता द्वारा Zoho Mail का इस्तेमाल शुरू करना निश्चित रूप से अन्य सरकारी विभागों और संस्थानों को भी प्रेरित करेगा। इससे डिजिटल इंडिया मिशन और मेक इन इंडिया जैसे अभियानों को बल मिलेगा।
अमित शाह का Gmail से Zoho Mail पर शिफ्ट होना सिर्फ ईमेल बदलने भर की खबर नहीं है, बल्कि यह भारत की टेक्नोलॉजी और डेटा सुरक्षा के लिए एक मजबूत कदम है। Zoho के लिए यह ऐतिहासिक पल है और भारतीय यूजर्स के लिए एक संकेत कि अब समय आ गया है स्वदेशी डिजिटल प्लेटफॉर्म को अपनाने का।