परिचय
हमारे दैनिक आहार में चीनी, नमक और तेल का महत्वपूर्ण स्थान है। ये स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। लेकिन इनका अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इस लेख में हम इन तीनों के सेवन की सही मात्रा, इनके स्वास्थ्य पर प्रभाव और विशेषज्ञों की सलाह पर चर्चा करेंगे।
चीनी (Sugar)
दैनिक सेवन की सीमा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, एक वयस्क व्यक्ति को दिनभर में 50 ग्राम से अधिक चीनी का सेवन नहीं करना चाहिए। यह मात्रा कुल कैलोरी का लगभग 10% होती है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
अत्यधिक चीनी का सेवन निम्नलिखित समस्याओं का कारण बन सकता है:
-
मधुमेह (Diabetes): अधिक चीनी से रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ता है, जिससे इंसुलिन प्रतिरोध उत्पन्न होता है।
-
मोटापा (Obesity): अतिरिक्त कैलोरी शरीर में वसा के रूप में जमा होती है।
-
हृदय रोग (Heart Disease): उच्च रक्तचाप और सूजन के कारण हृदय रोग का खतरा बढ़ता है।
-
दांतों की समस्याएँ (Dental Issues): चीनी बैक्टीरिया के लिए खाद्य स्रोत प्रदान करती है, जिससे दांतों में सड़न होती है।
विशेषज्ञों की सलाह
डॉ. मुकेश बत्रा, डॉ. बत्रा हेल्थकेयर के संस्थापक और अध्यक्ष, का कहना है, “घर का बना खाना जिसमें कम तेल, नमक और चीनी हो, और अधिक फाइबर युक्त आहार हो, स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।”
नमक (Salt)
दैनिक सेवन की सीमा
WHO के अनुसार, एक व्यक्ति को दिनभर में 5 ग्राम से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। भारतीय संदर्भ में, औसतन भारतीय नागरिक 12 ग्राम नमक का सेवन करते हैं, जो WHO की सिफारिश से दोगुना है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
अत्यधिक नमक का सेवन निम्नलिखित समस्याओं का कारण बन सकता है:
-
उच्च रक्तचाप (Hypertension): अधिक सोडियम रक्तचाप को बढ़ाता है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।
-
गुर्दे की समस्याएँ (Kidney Issues): अधिक नमक से गुर्दे पर दबाव बढ़ता है, जिससे गुर्दे की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
-
हड्डियों की समस्याएँ (Bone Issues): अधिक नमक से कैल्शियम की हानि होती है, जिससे हड्डियाँ कमजोर होती हैं।
-
पेट का कैंसर (Stomach Cancer): अत्यधिक नमक से पेट में सूजन और कैंसर का खतरा बढ़ता है।
विशेषज्ञों की सलाह
डॉ. आलोक चोपड़ा, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, का कहना है, “रिफाइंड तेलों का अधिक सेवन हृदय के लिए हानिकारक है। इनसे खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ता है, जिससे मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग का खतरा बढ़ता है।”
तेल (Oil)
दैनिक सेवन की सीमा
तेल का सेवन व्यक्ति की शारीरिक गतिविधि और स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है। सामान्यतः, एक वयस्क व्यक्ति को दिनभर में 20-30 ग्राम तेल का सेवन करना चाहिए।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
अत्यधिक तेल का सेवन निम्नलिखित समस्याओं का कारण बन सकता है:
-
मोटापा (Obesity): अतिरिक्त कैलोरी शरीर में वसा के रूप में जमा होती है।
-
मधुमेह (Diabetes): अधिक वसा से इंसुलिन प्रतिरोध उत्पन्न होता है।
-
हृदय रोग (Heart Disease): अधिक वसा से रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ता है।
विशेषज्ञों की सलाह
डॉ. चोपड़ा का कहना है, “रिफाइंड तेलों का अधिक सेवन हृदय के लिए हानिकारक है। इनसे खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ता है, जिससे मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग का खतरा बढ़ता है।”