दिन: सोमवार | मास: कार्तिक | पक्ष: कृष्ण | तिथि: सप्तमी
आज का दिन आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है। पंचांग के अनुसार आज चंद्रमा मिथुन राशि में रहेंगे, जिसके स्वामी बुध हैं। इस राशि में चंद्रमा का गोचर बुद्धिमता, निर्णय क्षमता और संवाद कौशल को बढ़ाता है।
तिथि, नक्षत्र और योग की जानकारी
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तिथि: सप्तमी (12:28 दोपहर तक)
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नक्षत्र: आर्द्रा (12:28 तक)
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योग: परिघा (सुबह 08:05 तक)
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प्रथम करण: बव (12:28 तक)
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द्वितीय करण: बालव (रात 11:46 तक)
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पक्ष: कृष्ण
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वार: सोमवार
आज सप्तमी तिथि का विशेष महत्व है। यह तिथि भगवान सूर्य की उपासना और आरोग्य की कामना के लिए शुभ मानी जाती है। इस दिन सूर्य अर्घ्य और जलदान से विशेष पुण्य प्राप्त होता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
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सूर्योदय: सुबह 06:20 बजे
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सूर्यास्त: शाम 05:46 बजे
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चंद्रमा: मिथुन राशि में
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विक्रमी संवत: 2082
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शक संवत: 1947 (विश्वावसु नाम संवत्सर)
शुभ मुहूर्त और राहुकाल
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अभिजीत मुहूर्त: 11:40 बजे से 12:26 बजे तक
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राहुकाल: सुबह 07:46 बजे से 09:12 बजे तक
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दिशा शूल: पूर्व दिशा में रहेगा, अतः यात्रा से बचें या गुड़ खाकर निकलें।
सोमवार को अभिजीत मुहूर्त विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस समय में आरंभ किया गया कार्य सफलता की ओर अग्रसर होता है।
पंचांग के पाँच प्रमुख अंग
हिंदू धर्म में पंचांग को समय और कर्म की सटीक गणना का साधन माना गया है। इसके पाँच अंग हैं – तिथि, नक्षत्र, योग, करण और वार।
🔹 1. तिथि
चंद्रमा की गति के अनुसार निर्धारित की जाती है। प्रत्येक माह में 30 तिथियाँ होती हैं, जो शुक्ल और कृष्ण पक्ष में विभाजित होती हैं। सप्तमी तिथि रोग निवारण और शक्ति वृद्धि के लिए शुभ होती है।
🔹 2. नक्षत्र
आकाश के 27 नक्षत्रों में आज का नक्षत्र आर्द्रा है। यह नक्षत्र भावनाओं और परिवर्तन का प्रतीक है। आज के दिन किए गए नए निर्णय दीर्घकालिक परिणाम दे सकते हैं।
🔹 3. योग
सूर्य और चंद्र की स्थिति से बनने वाले योग कुल 27 होते हैं। आज का योग परिघा योग है जो आत्मनिरीक्षण और सुधार के लिए श्रेष्ठ माना गया है।
🔹 4. करण
हर तिथि के दो करण होते हैं। आज बव और बालव करण बन रहे हैं जो शुभ कार्यों के लिए अनुकूल हैं।
🔹 5. वार
आज सोमवार है जो भगवान शिव की उपासना के लिए समर्पित है। शिव पूजन, जलाभिषेक और महामृत्युंजय मंत्र का जाप शुभ फल देता है।
आज के ज्योतिषीय योग और ग्रह स्थिति
चंद्रमा मिथुन राशि में रहेंगे, जिससे बुध की ऊर्जा प्रमुख रहेगी। यह दिन संवाद, व्यापार, अध्ययन और मानसिक संतुलन के लिए अच्छा है।
जो लोग लेखन, शिक्षा या व्यापार से जुड़े हैं, उनके लिए दिन लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
आज का विशेष उपाय
सोमवार को शिवलिंग पर जल, दूध और बेलपत्र चढ़ाएं।
“ॐ नमः शिवाय” का जाप करें। इससे मानसिक शांति और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
13 अक्टूबर 2025 का दिन धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण रहेगा। पंचांग के अनुसार यह समय साधना, ध्यान और आत्ममंथन के लिए शुभ है। राहुकाल से बचकर शुभ मुहूर्त में कार्य आरंभ करने से सफलता के योग बनेंगे।
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