तमिलनाडु में उत्तर-पूर्वी मानसून के समय से पहले आगमन और बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दाब क्षेत्र के कारण कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आठ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में विल्लुपुरम, कुड्डालोर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, तिरुवल्लूर, तंजावुर, पुदुकोट्टई और रामनाथपुरम शामिल हैं।
स्कूल और कॉलेज बंद, सरकार ने तेज की तैयारियां
रेड अलर्ट के बाद राज्य सरकार ने बचाव और राहत कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अधिकारियों को चौबीसों घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। चार जिलों में स्कूल और कॉलेजों को बंद रखा गया है जबकि पड़ोसी पुडुचेरी में भी बुधवार को सभी शैक्षणिक संस्थानों की छुट्टी घोषित की गई है।
चेन्नई में जलभराव रोकने के लिए जलाशयों से छोड़ा गया पानी
चेन्नई में लगातार हो रही बारिश के चलते प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। कांचीपुरम जिले के चेम्बरमबक्कम जलाशय से करीब 100 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है ताकि शहर के निचले इलाकों में जलभराव न हो। रानीपेट और वेल्लोर जिलों में भी भारी बारिश दर्ज की गई है।
बंगाल की खाड़ी में बन रहा निम्न दाब क्षेत्र, संभावित चक्रवात की आशंका
चेन्नई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (RMC) की निदेशक बी. अमुधा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दाब क्षेत्र विकसित हो रहा है जो चेन्नई तट से लगभग 400 किलोमीटर दूर है। यह प्रणाली अगले 24 घंटों में और मजबूत होकर अवदाब क्षेत्र में बदल सकती है। इसका असर उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में देखने को मिल सकता है।
सामान्य से 59% अधिक बारिश दर्ज
RMC के आंकड़ों के अनुसार, 1 से 21 अक्टूबर के बीच तमिलनाडु, पुडुचेरी और करिकल में औसतन 160 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो इस अवधि के सामान्य औसत से 59 प्रतिशत अधिक है। इस असामान्य वर्षा ने राज्य प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों की मुश्किलें बढ़ीं
तिरुवरुर और आसपास के निचले इलाकों में घरों में पानी घुस गया है। रानीपेट और वेल्लोर में बारिश के पानी में सीवेज मिलने की शिकायतें भी आई हैं। प्रशासन ने प्रभावित जिलों में निगरानी अधिकारियों को तैनात किया है ताकि राहत कार्यों का समन्वय किया जा सके।
सरकार ने राहत टीमों को किया तैनात
राज्य सरकार ने NDRF और SDRF की टीमें तटीय इलाकों में भेज दी हैं। उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने दक्षिण चेन्नई के जलमार्गों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को बाढ़ प्रबंधन पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।