शाहपुरा, राजस्थान _दीपों के महापर्व दीपावली के पावन अवसर पर शाहपुरा शहर रोशनी और श्रद्धा के रंगों में डूबा रहा। पूरे नगर में दीपकों की रौशनी, रंग-बिरंगी सजावट और धार्मिक उत्साह देखने को मिला। इसी उत्सव के बीच, स्थानीय विधायक मनीष यादव ने शहरवासियों के साथ रामा-श्यामा कर दीपावली की शुभकामनाएँ साझा कीं।
विधायक यादव ने शहर के प्रमुख बाजारों, मंदिरों और सड़कों पर जाकर आम नागरिकों, व्यापारियों और युवाओं से मुलाक़ात की। उन्होंने दीपावली की शुभकामनाएँ दीं और नागरिकों के साथ पारंपरिक तरीके से रामा-श्यामा कर समरसता और सद्भाव का संदेश दिया।
“दीपावली अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक” – विधायक यादव
इस अवसर पर विधायक यादव ने कहा,
“दीपावली केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि अंधकार पर प्रकाश, असत्य पर सत्य और अन्याय पर न्याय की जीत का प्रतीक है। यह पर्व हम सबको समाज में प्रेम, सद्भाव और एकता के दीप जलाने की प्रेरणा देता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि जनता का उत्साह और आत्मीयता ही उनके लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद है।
मंदिरों में किए दर्शन, शहर की समृद्धि की कामना
विधायक यादव ने शाहपुरा के प्रमुख मंदिरों में दर्शन कर शहर की खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की। इस दौरान उनके साथ पार्टी कार्यकर्ता, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।
पारंपरिक रामा-श्यामा में शामिल हुए अनेक नेता व कार्यकर्ता
इस शुभ अवसर पर कई राजनीतिक और सामाजिक हस्तियाँ भी उपस्थित रहीं। इनमें प्रमुख रूप से:
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ब्लॉक अध्यक्ष नाथूलाल सैनी
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नगर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश खुडानियां
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पूर्व चेयरमैन प्रेम देवी,
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रामेश्वर गोरेठा,
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जितेन्द्र शर्मा,
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सतनारायण,
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बाबूलाल बुनकर,
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किशोर सिंह शेखावत,
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गणपत कुम्हार,
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सूबे सिंह कुम्हार,
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लक्ष्मीनारायण दादरवाल,
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वकील खान,
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लोकेश सामोता,
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शैतान तुंगड़,
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मनजीत,
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ओमप्रकाश प्रमुख रूप से शामिल रहे।
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नगरवासियों ने किया गर्मजोशी से स्वागत
शाहपुरा नगरवासियों ने विधायक यादव का पूरे जोश के साथ स्वागत किया। रामा-श्यामा के पारंपरिक अंदाज में लोगों ने एक-दूसरे को मिठाइयाँ खिलाई और दीपों की रोशनी में एकता और भाईचारे का संदेश दिया।
शहर भर में इस दौरान एक सांस्कृतिक और धार्मिक सौहार्द का वातावरण बना रहा।
- विधायक मनीष यादव की शाहपुरा शहर में दीपावली पर रामा-श्यामा करने की परंपरा ने न केवल जनता के साथ उनके रिश्तों को मजबूत किया, बल्कि समाज में एकता, प्रेम और सौहार्द का दीप भी जलाया। शाहपुरा की इस दीपावली ने दिखाया कि जब जनप्रतिनिधि अपने लोगों के साथ त्योहार मनाते हैं, तो वह पर्व केवल रस्म नहीं, बल्कि जन संवाद और जुड़ाव का प्रतीक बन जाता है। संवाददाता
संवाददाता: विजयपाल सैनी