रायसिंहनगर (श्रीगंगानगर) से संवाददाता नरेश गोयल की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस थाना परिसर में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य था – देशभर में लागू किए गए नए आपराधिक कानूनों के बारे में आमजन को विस्तार से जानकारी देना और उनमें कानूनी समझ विकसित करना।
लाइव प्रसारण से जुड़ी जनता
इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसका लाइव प्रसारण क्षेत्र के नागरिकों तक सीधे पहुंचाया गया, ताकि अधिक से अधिक लोग इस पहल का लाभ उठा सकें।
कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री अमित शाह का लाइव संबोधन भी दिखाया गया, जिसमें उन्होंने नए कानूनों के उद्देश्य, लाभ और उनके प्रभावी क्रियान्वयन पर प्रकाश डाला।
वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी
कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएसपी अनु बिश्नोई ने की। उनके साथ मंच पर थाना प्रभारी कलावती चौधरी, सीएलजी (CLG) सदस्य, सामाजिक कार्यकर्ता, और क्षेत्र के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
इन सभी ने अपने-अपने विचार साझा करते हुए नए कानूनों को समाज के हित में एक सकारात्मक पहल बताया।
नए कानूनों के बारे में क्या बताया गया?
जागरूकता कार्यक्रम में बताया गया कि:
-
अब भारतीय दंड संहिता (IPC), दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह तीन नए कानून लागू किए गए हैं।
-
इनमें 358 धाराएं हैं, जो पहले की 511 धाराओं की तुलना में कम लेकिन अधिक प्रभावी हैं।
-
ऑनलाइन FIR, समयबद्ध ट्रायल, और पीड़ित-केंद्रित प्रक्रिया जैसे सुधार शामिल हैं।
-
स्थानीय भागीदारी और समाजिक संदेश
कार्यक्रम में स्थानीय लोगों, युवाओं, वकीलों और शिक्षकों ने भाग लेकर यह दर्शाया कि समाज इन बदलावों को लेकर गंभीर और सजग है।
सीएलजी सदस्यों ने कहा कि इस प्रकार की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाई जानी चाहिए ताकि हर नागरिक अपने अधिकारों और कानूनों के प्रति जागरूक हो सके। -
डीएसपी अनु बिश्नोई का संदेश
डीएसपी अनु बिश्नोई ने कहा कि नए आपराधिक कानूनों का उद्देश्य न केवल अपराध नियंत्रण है, बल्कि यह न्याय प्रणाली को अधिक पारदर्शी और पीड़ित-केंद्रित बनाना भी है।
उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे कानूनों का पालन करें और अपने समुदाय में जागरूकता फैलाने में सहयोग करें। -
रायसिंहनगर पुलिस की यह पहल इस बात का उदाहरण है कि कानूनों के बारे में जानकारी देना और जन-सहभागिता को प्रोत्साहित करना समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में कितना प्रभावशाली हो सकता है।
इस कार्यक्रम ने पुलिस और आमजन के बीच विश्वास और संवाद को भी मजबूत किया है।
संवाददाता नरेश गोयल