मांगरोल: आज दिनांक 12 अक्टूबर 2025 (रविवार) को बाबा मोहन राम की 131वीं परिक्रमा का आयोजन शहर में भारत विकास परिषद के तत्वाधान में मनमोहक तरीके से संपन्न हुआ। इस आयोजन में स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
पर्यावरण संरक्षण और इको-फ्रेंडली संदेश
परिक्रमा में भारत विकास परिषद के केंद्रीय पर्यावरण सदस्य श्री संजीव अग्रवाल ने उपस्थित श्रद्धालुओं को चाइनीज लड्डू का बहिष्कार करने और मिट्टी के दीयों का प्रयोग करने का आह्वान किया। इसका उद्देश्य देश में पैसा और संसाधनों को बनाए रखना और पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखना बताया गया।
साथ ही उन्होंने कहा कि दिवाली केवल एक दिन का पर्व नहीं है, बल्कि यह पांच पर्वों का संयुक्त उत्सव है। इस परिक्षेप में प्रत्येक व्यक्ति को पांच वृक्ष अवश्य लगाने और संजीवनी वटवृक्ष की पूजा करने की सलाह दी गई।
सामाजिक जागरूकता और सहयोग
परिक्रमा के दौरान भारत विकास परिषद के नीरज झलानी ने भिवाड़ी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कपड़े के थैले वितरित किए और सभी से इको-फ्रेंडली पाटा चलाने का आह्वान किया।
जिन श्रद्धालुओं का जन्मदिन परिक्रमा में था, उन्हें विशेष शुभकामनाएं दी गई।
भंडारे और सामुदायिक सेवा
परिक्रमा में प्रदीप भेड़ी, शिवकुमार अग्रवाल और अन्नपूर्णा भंडार द्वारा चाय, पकोड़े और शिकंजी का सुंदर आयोजन किया गया।
परिक्रमा समाप्त होने के बाद मोहन वाटिका में भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें सभी भक्तों और ग्रामीणों ने भाग लिया।
सहयोगी और उपस्थितजन
परिक्रमा में बाबा मोहन राम जागृति मंडल ने विशेष सहयोग प्रदान किया।
इस अवसर पर उपस्थित रहे —
सरिता श्रीवास्तव (अध्यक्ष रोटरी शक्ति क्लब), विमल पंडित, निशि पंडित, अजय श्रीवास्तव, आर. के. भारद्वाज, रमेश सिंगला, अजय तौमर, अशोक कुमार, सुधीर कुमार, राजकुमार सैनी, विद्या गुसाई, धर्मवीर यादव, अवधेश यादव, कृष्णा, के. के. झा, अनुप श्रीवास्तव, बृजेश गुप्ता, सविता सिंघल, नेहा गुप्ता, स्वाति गुप्ता, मंडल महिला प्रमुख साधना यादव, अनीता, पूनम शर्मा, पूजा, सत्यनारायण शर्मा, हरिप्रसाद गुप्ता, महेंद्र गुप्ता, अशोक कोशिश, हेमंत जोशी, कमलेश झा एवं शहर के अन्य कई श्रद्धालु।
बाबा मोहन राम की यह 131वीं परिक्रमा न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रही, बल्कि इसमें पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक जागरूकता और सामुदायिक सहयोग का संदेश भी स्पष्ट रूप से देखने को मिला।
श्रद्धालुओं ने उत्साह और अनुशासन के साथ परिक्रमा में भाग लिया और मिट्टी के दीयों और भंडारे के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव का संदेश भी फैलाया।
संवाददाता मुकेश शर्मा।