मांगरोल, राजस्थान – नेपाल के पोखरा स्टेडियम में 6 से 10 अक्टूबर 2025 तक आयोजित इंडो नेपाल यूथ इंटरनेशनल चैंपियनशिप में भारत की पुरुष कबड्डी टीम ने इतिहास रच दिया। भारतीय टीम ने न केवल अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीता, बल्कि नेपाल की टीम को मात देकर गोल्ड मेडल भी अपने नाम किया।
यह प्रतियोगिता भारतीय यूथ एजुकेशन फेडरेशन इंडिया के तत्वावधान में और नीति आयोग, भारत सरकार से संबद्ध संस्थाओं के सहयोग से आयोजित की गई थी।
राजस्थान के खिलाड़ियों ने दिखाया दम
इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में राजस्थान से कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया और अपनी मेहनत से देश का मान बढ़ाया। इनमें प्रमुख रूप से शामिल थे —
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करणादित्य सिंह (नंदगांवडी, मांगरोल)
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लोकेश जोशी (रतनगढ़, चूरू)
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देवेंद्र कारवा (नागौर)
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रमेश (सरदारशहर, चूरू)
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कमलेश (सरदारशहर, चूरू)
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रोहित चौधरी (जयपुर)
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कपिश (जयपुर)
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अश्विनी (भरतपुर)
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भविष्य (झुंझुनूं)
इन सभी खिलाड़ियों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से भारत को स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कोचों की भूमिका और टीम का मनोबल
टीम के कोच आदेश कुमार और मनोज कुमार ने खिलाड़ियों को निरंतर प्रोत्साहन और मार्गदर्शन देकर विजय की राह आसान की। उनकी रणनीति और खेल की समझ ने भारतीय टीम को हर मुकाबले में बढ़त दिलाई।
खिलाड़ियों ने बताया कि कोचों की प्रेरणा और साथियों के सहयोग से यह सफलता संभव हो पाई।
गौरव का क्षण: मांगरोल का नाम देशभर में चमका
मांगरोल के करणादित्य सिंह की इस उपलब्धि ने पूरे क्षेत्र को गर्व से भर दिया है। परिवार और गांव में खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों ने कहा कि यह जीत केवल एक खिलाड़ी की नहीं बल्कि पूरे राजस्थान और भारत के युवाओं की जीत है।
भारत-नेपाल मैत्री और खेल भावना का प्रतीक
यह अंतरराष्ट्रीय आयोजन सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि भारत-नेपाल के बीच दोस्ती और खेल भावना का प्रतीक भी बना। दोनों देशों के खिलाड़ियों ने एक-दूसरे के साथ सौहार्दपूर्ण माहौल में खेला और आपसी सम्मान का संदेश दिया।
मांगरोल के इन होनहार खिलाड़ियों ने यह साबित किया है कि यदि जज्बा हो तो छोटे कस्बों से भी विश्व स्तर की सफलता हासिल की जा सकती है। इंडो नेपाल यूथ चैंपियनशिप 2025 में भारतीय टीम की यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।
संवाददाता जय प्रकाश शर्मा