बरसात के मौसम ने आंबापुरा गांव के ग्रामीणों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। गांव का मुख्य मार्ग, जो मझोला गांव को टोडा-मालपुरा मुख्य सड़क मार्ग से जोड़ता है, अब बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो चुका है। इस मार्ग की हालत इतनी खराब हो गई है कि ग्रामीणों को रोजमर्रा के आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बरसात से और बिगड़ी सड़क की स्थिति
ग्रामवासी सुरेश सैनी ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र से आने वाले बरसाती पानी ने इस मार्ग को पूरी तरह से काट दिया है।
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सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं।
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खेतों और घरों तक पहुंचने के लिए लोगों को अब पैदल भी चलना मुश्किल हो रहा है।
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वाहन चालकों, खासकर ट्रैक्टर और बाइक सवारों के लिए यह मार्ग खतरनाक साबित हो रहा है।
किसानों को हो रही दिक्कत
ग्रामीणों का कहना है कि इस रास्ते पर गड्ढों के कारण सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को झेलनी पड़ रही है।
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खेतों तक ट्रैक्टर और अन्य कृषि उपकरण ले जाना अब मुश्किल हो गया है।
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बरसाती पानी भर जाने से गड्ढे और गहरे हो गए हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा हमेशा बना रहता है।
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पैदल जाने वाले लोग भी आए दिन फिसलकर चोटिल हो रहे हैं।
ग्रामीणों में बढ़ा आक्रोश
गांव के लोगों ने बताया कि यह रास्ता गांव को बाहरी दुनिया से जोड़ने का एकमात्र मुख्य मार्ग है।
इसके जर्जर होने से बच्चों की स्कूल जाने की दिक्कत, मरीजों को अस्पताल ले जाने की समस्या और रोज़ाना की गतिविधियाँ बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।
ग्रामवासियों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कई बार अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
प्रशासन से लगाई गुहार
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस रास्ते की तत्काल मरम्मत करवाई जाए।
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जल्द से जल्द सड़क का पुनर्निर्माण किया जाए।
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बरसात के पानी की निकासी की व्यवस्था भी की जाए, ताकि भविष्य में सड़क पर गड्ढे न बनें।
ग्रामवासी चेतावनी भी दे रहे हैं कि यदि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया तो वे सामूहिक रूप से धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
आंबापुरा गांव का यह मामला सिर्फ एक सड़क की खराब स्थिति का नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण विकास और बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी का भी उदाहरण है।
गांव के लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है और प्रशासन से उम्मीद है कि जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।
संवाददाता कमलेश प्रजापत