अलवर में जबरन धर्म परिवर्तन का खुलासा: हिंदू महिलाओं-पुरुषों को डराकर ईसाई बनाने की कोशिश, 5 आरोपी गिरफ्तार

अलवर जिले से एक बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने गरीब हिंदू महिलाओं और पुरुषों को बहला-फुसलाकर और डराकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया। बताया जा रहा है कि आरोपी लोगों को झूठे वादों और धमकियों के जरिए ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बना रहे थे।

कैसे हुआ खुलासा?

पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में कुछ लोग धार्मिक भावनाओं के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं और हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने छापेमारी की और 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

जांच में सामने आया कि ये लोग गरीब परिवारों को निशाना बना रहे थे। उन्हें लालच दिया जा रहा था कि धर्म बदलने पर आर्थिक मदद, नौकरी और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।

हिंदू धर्म के खिलाफ बातें सिखाईं

पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी न सिर्फ लोगों को बहला रहे थे, बल्कि उन्हें हिंदू धर्म के खिलाफ उल्टी-सीधी बातें भी सिखा रहे थे। धार्मिक आस्थाओं पर चोट पहुंचाने के लिए हिंदू देवी-देवताओं के बारे में अपमानजनक बातें की जा रही थीं। इससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और मामला पुलिस तक पहुंचा।

डर और दबाव का इस्तेमाल

आरोपियों पर यह भी आरोप है कि वे महिलाओं और पुरुषों को डराते थे कि अगर उन्होंने ईसाई धर्म नहीं अपनाया तो उनके साथ कोई अनहोनी हो सकती है। इस तरह डर का माहौल बनाकर उन्हें मजबूर करने की कोशिश की गई।

पुलिस की कार्रवाई

अलवर पुलिस ने पूरे मामले में त्वरित कार्रवाई की। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और यह भी जांच हो रही है कि इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं। पुलिस का कहना है कि धर्म परिवर्तन से जुड़े मामलों में किसी भी तरह की जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

स्थानीय लोगों में आक्रोश

घटना के बाद स्थानीय लोगों में रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि यह उनकी आस्था पर सीधा हमला है। उन्होंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि इस तरह के प्रयास समाज में फूट डालते हैं और आपसी सद्भाव को बिगाड़ते हैं।

अलवर का यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि समाज में कुछ लोग धार्मिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग करके जबरन धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से स्थिति संभल गई, लेकिन यह जरूरी है कि इस तरह की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जाए, ताकि किसी की आस्था के साथ खिलवाड़ न हो।

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