मांगरोल: कस्बे के उपजिला चिकित्सालय में पिछले 15 दिनों से एक्स-रे मशीन खराब पड़ी है। इस वजह से रोजाना सैकड़ों मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। मजबूरी में मरीजों को अस्पताल के बाहर निजी एक्स-रे केंद्रों का सहारा लेना पड़ रहा है, जहां मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं।
सरकारी मशीन गारंटी पीरियड में ही खराब
जानकारी के अनुसार, अस्पताल में मौजूद सरकारी एक्स-रे मशीन अभी गारंटी अवधि में ही है। बावजूद इसके यह बार-बार खराब हो रही है। पीएमओ डॉ. सौभामल मीणा ने बताया कि मशीन खराब होने की सूचना मुंबई स्थित कंपनी को पहले ही दी गई थी। कंपनी के इंजीनियर मौके पर आकर मशीन को ठीक भी कर गए थे, लेकिन कुछ ही दिनों में मशीन दोबारा खराब हो गई।
डॉ. मीणा के अनुसार, 17 सितंबर को उपभोक्ता नंबर 131225090400010 पर दोबारा शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन अब तक कंपनी की ओर से इंजीनियर नहीं भेजा गया है।
मरीजों पर बढ़ रहा बोझ
मशीन बंद होने से गरीब और जरूरतमंद मरीजों को निजी एक्स-रे केंद्रों पर अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। आमतौर पर जो जांच सरकारी अस्पताल में निःशुल्क होती, वही बाहर 300 से 500 रुपये तक में करानी पड़ रही है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
पेंशनधारियों की भी समस्या
चिकित्सालय में दवाइयों को लिखने के लिए एमडी डॉक्टर की नियुक्ति न होने से पेंशनधारी मरीज भी परेशान हैं। कई पेंशनधारकों ने बताया कि बार-बार उच्च अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
स्थानीय नागरिकों और मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द एक्स-रे मशीन को दुरुस्त करवाया जाए और पेंशनधारियों के लिए एमडी डॉक्टर की व्यवस्था की जाए। यदि समस्या का समय पर समाधान नहीं हुआ तो आमजन को और अधिक दिक्कतें झेलनी पड़ेंगी।
मांगरोल | संवाददाता जय प्रकाश शर्मा