जयपुर के SAIM ऑडिटोरियम दुर्गापुरा में 28 सितम्बर 2025 को अखिल भारतीय रैगर महासभा महिला प्रकोष्ठ, राजस्थान द्वारा प्रथम रैगर महिला सम्मेलन एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर समाज के अनेक गणमान्य व्यक्तियों, महिलाओं और युवाओं ने बड़ी संख्या में शिरकत की।
समारोह का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष वंदन से किया गया। इस अवसर पर समाज के विभिन्न वर्गों से आई महिलाओं को उनकी सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। मंच पर उपस्थित वक्ताओं ने महिला सशक्तिकरण और समाज में शिक्षा के महत्व पर अपने विचार रखे।
अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.एल. नवल पूर्व I A S और मुख्य अतिथि श्री टीकाराम जूली, श्री राम सहाय वर्मा निवाई विधायक, श्री मति शकुंतला रावत पूर्व केबिनेट मंत्री कहा कि समाज की प्रगति महिलाओं की सक्रिय भागीदारी के बिना संभव नहीं है। इसी उद्देश्य से महिला प्रकोष्ठ द्वारा यह पहला ऐतिहासिक सम्मेलन आयोजित किया गया है।
जयपुर में आयोजित महिला प्रकोष्ठ एवं युवा प्रकोष्ठ की विशेष बैठक की संयोजक श्रीमती तारा बेनीवाल (पार्षद, महिला प्रदेशाध्यक्ष) एवं नीरज कुमार तोणगारिया (सरपंच, राष्ट्रीय महासचिव) द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सह-संयोजक के रूप में श्रीमती शकुंतला दयानन्द सक्करवाल (पूर्व सरपंच), डॉ. कविता खोरवाल (महिला महासचिव, मानस हॉस्मपिटल ) एवं श्रीमती ललिता देवी (महिला उपाध्यक्ष) श्री मति ममता मुंडोतिया (संगठन सचिव महिला प्रकोष्ट )उपस्थित रहें। समस्त राष्ट्रीय, प्रदेश, जिला कार्यकारिणी सहित महिला एवं युवा प्रकोष्ठ, विधि प्रकोष्ठ तथा अखिल भारतीय रैंगर महासभा, राजस्थान की ओर से किया गया। उक्त कार्यक्रम में संगठन की महिलाओं की भागीदारी, युवा वर्ग की सक्रियता एवं समाजसेवा संबंधी मुद्दों पर चर्चा हुई।
समाज की महिलाओं की भागीदारी
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज की महिलाओं को एकजुट करना, उन्हें प्रोत्साहित करना और उनकी उपलब्धियों को सम्मानित करना रहा। कार्यक्रम में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और समाज में अपनी भूमिका को मजबूत बनाने का संकल्प लिया।
सांस्कृतिक धरोहर और एकता पर जोर
अखिल भारतीय रैगर महासभा के पदाधिकारियों और अतिथियों ने कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में ऊर्जा और एकजुटता का संचार होता है। सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और सामाजिक एकता को बढ़ाने के लिए इस सम्मेलन को मील का पत्थर माना गया। मंच से यह संदेश दिया गया कि समाज की उन्नति महिलाओं की भागीदारी के बिना अधूरी है।
सम्मान समारोह बना आकर्षण का केंद्र
सम्मेलन के दौरान समाज की प्रतिभाशाली महिलाओं और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह पूरे आयोजन का आकर्षण बना। सम्मान पाकर महिलाओं और प्रतिभागियों ने खुशी जाहिर की और इसे समाज में प्रेरणा का स्रोत बताया।
समारोह के दौरान श्री मति गंगा देवी पूर्व विधायक बगरू, श्री मति अनुकृति उज्जेनिया सीनियर आर पी एस एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने भी विचार व्यक्त किए और उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान किया।
कार्यक्रम में शामिल टीका राम जुल्ली ने कहा –
“समाज की मातृशक्ति का उत्साहवर्धन करने का अवसर पाकर मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस करता हूँ। ऐसे आयोजन महिलाओं की शक्ति, सम्मान और समाज निर्माण में उनकी भूमिका को और अधिक सशक्त करते हैं।”
इसी प्रकार श्री राम सहाय वर्मा ने कहा –
“यह सम्मेलन हमारी सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक एकता का प्रतीक है। ऐसे आयोजनों से समाज में आत्मीयता और सद्भावना का संदेश प्रसारित होता है, जिससे ऊर्जा और एकजुटता का संचार होता है।”
कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त करते हुए आयोजकों ने कहा कि यह सम्मेलन समाज में महिला नेतृत्व को सशक्त बनाने की दिशा में एक नई शुरुआत है।
जयपुर | संवाददाता महेश मुंडोतिया